ड्राइविग टेस्ट के लिए घंटों करना पड़ रहा इंतजार

किला गोबिदगढ़ के नजदीक स्थित आटोमेटेड ड्राइविग टेस्ट ट्रैक पर ड्राइविग लाइसेंस (डीएल) बनाने के लिए आवेदकों के लिए जाने वाले ड्राइविग टेस्ट का काम काफी धीमी रफ्तार में हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:30 PM (IST)
ड्राइविग टेस्ट के लिए घंटों करना पड़ रहा इंतजार
ड्राइविग टेस्ट के लिए घंटों करना पड़ रहा इंतजार

विक्की कुमार, अमृतसर

किला गोबिदगढ़ के नजदीक स्थित आटोमेटेड ड्राइविग टेस्ट ट्रैक पर ड्राइविग लाइसेंस (डीएल) बनाने के लिए आवेदकों के लिए जाने वाले ड्राइविग टेस्ट का काम काफी धीमी रफ्तार में हो रहा है। ड्राइविग टेस्ट देने के लिए लोगो को घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। ट्रैक पर आवेदकों की कारों की लंबी-लंबी लाइनें लगने लगी हैं।

सोमवार को टेस्ट ट्रैक पर जब काम शुरू हुआ तो लोग अपनी कारों में टेस्ट देने के लिए पहुंचे थे। 10-10 लोगों के टेस्ट लिए जा रहे थे। ड्राइविग टेस्ट के दौरान कई लोगों ने गलतियां भी कीं। फिलहाल सोमवार को टेस्ट देने आए लोग विभागीय अधिकारियों को जमकर कोसते रहे। पक्के ड्राइविग लाइसेंस की फोटो उन्हीं आवेदकों की हुई, जिनके पास कारें थीं। लोगों की अधिकारियों के साथ बहस भी होती रही कि अगर जिन लोगों के पास कार नहीं है क्या उनका लाइसेंस नहीं बनेगा। अधिकारियों का दावा है कि ट्रैक पर काम अब सुचारू ढंग से होने लगा है, लेकिन सच्चाई इससे परे है। इनके अपने रूल

पहले कमरे में खींचते थे फोटो, अब बाहर लोगों को तड़पा रहे

ड्राइविग टेस्ट ट्रैक पर गुरनाम कुमार को इंचार्ज लगाया गया है। यहां पर उन्होंने विडों आदि का सिस्टम ही बदल दिया है। लोग जहां पहले एक नंबर कमरे के अंदर जाकर पक्के लाइसेंस की फोटो खिंचवाते थे, अब उसके दरवाजे बंद कर दिए गए हैं और भरी गर्मी में बाहर ही फोटो खींचे जा रहे हैं। अधिकारी दफ्तर के अंदर बैठकर एयर कंडीशन में तो काम कर रहे है, लेकिन उन्हें लोगों की जरा भी परवाह नहीं है। सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। भरी गर्मी में लोगों को बाहर तस्वीरें खिंचवानी पड़ी। ट्रैक पर नहीं आई कई घंटे बिजली, परेशान हुए लोग

सोमवार को ट्रैक पर कई घंटे बिजली नहीं आई। जिस कारण गर्मी में ही लोग परेशान होते रहे। स्टाफ के सदस्य अंदर पंखों में बैठकर अपना काम करते रहे, लेकिन सरकार को रेवेन्यू देकर अपना काम करवाने आए लोगों को कोई सुविधा तक नहीं दी गई। दफ्तर में जनरेटर तक नहीं है, जिस कारण ट्रैक में लगे पंखे लोगों के लिए चलाए जा सके। भरी गर्मी में लोग अपना काम करवाने के लिए इंतजार करते रह। कोट्स

लोगों को काम करवाने के लिए कोई परेशानी नहीं आने देंगे। लोगों के गर्मी में ही बाहर फोटो खींचने के बारे में मुझे जानकारी नहीं, इस बारे पता करवाकर सिस्टम को ठीक करवाएंगे।

ज्योति बाला, आरटीए सेक्रेटरी

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