आटो चालकों ने उठाई मांग, फैसला आपसे जुड़ा, जानें क्या है मामला

महानगर में आटो चालकों की ओर से मनमाना किराया वसूल करके को लेकर आम लोगों के साथ साथ खुद आटो चालक भी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 01:00 AM (IST)
आटो चालकों ने उठाई मांग, फैसला आपसे जुड़ा, जानें क्या है मामला
आटो चालकों ने उठाई मांग, फैसला आपसे जुड़ा, जानें क्या है मामला

जागरण संवाददाता, अमृतसर: महानगर में आटो चालकों की ओर से मनमाना किराया वसूल करके को लेकर आम लोगों के साथ साथ खुद आटो चालक भी परेशान हैं। आटो में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए किराया निर्धारित न होने के कारण अब लोगों का अमृतसर में चलती बीआरटीएस बसों की तरफ आकर्षित होना शुरू हो गया है।

आटों चालकों की ओर से एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए 20 और 30 रुपये किराया लिया जा रहा है। वहीं कुछ आटों चालकों की ओर से मनमर्जी से अधिक किराया भी लिया जाता है। दो दिन पहले बीआरटीएस बस प्रबंधकों की ओर से शहर व इस के आसपास इलाकों में जाने के लिए पांच रुपये और दस रुपये किराया फिक्स कर दिया गया है। इसके चलते मुसाफिरों ने बीआरटीएस की एसी बसों में सफर करने को पहल देनी शुरू कर दी है।

आटो चालकों को अपना काम प्रभावित होता देख व मनमर्जी का किराया वसूलने वाले आटों चालकों पर नकेल कसने के लिए एक जुट होना शुरू कर दिया है। आटो यूनियन की ओर से अमृतसर के रत्न सिंह चौक में एक बैठक करके अलग अलग जगहों पर आने जाने वाली सवारियों के लिए किराया फिक्स करने का फैसला किया है।

आटो यूनियन अमृतसर के पदाधिकारियों परमजीत सिंह, राज कुमार ने आटो चालकों को संबोधित करते हुए कहा कि अमृतसर में अलग अलग क्षेत्रों में चलते आटो चालकों के अलग अलग संगठनों और प्रतिनिधियों की जल्दी ही एक संयुक्त बैठक बुला कर आटो के किराये फिक्स करने की आवाज उठाई जाएगी। इस के लिए प्रशासन से गुहार लगाई जाएगी कि किराया फिक्स किया जाए ताकि आटो चालक अपने परिवारों का भरण पोषण कर सकें। इस दौरान बहुजन समाज पार्टी के नेताओं रोहित खोखर, हरजीत सिंह, राम सिंह ने भी आटो यूनियन अमृतसर को इस मामले में पूर्ण सहयोग देने का अश्वासन दिया। उधर अखिल भारत हिदू महासभा के नेता राज कुमार शर्मा ने कहा कि शहर में अलग अलग इलाकों को जाने वाले आटो का किराया जिला प्रशासन फिक्स करे ताकि न तो आटो चालकों को कोई मुश्किल आए और न ही मुसाफिरों की लूट हो।

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