मंडियों में गेहूं की बढ़ी आमद से लगने लगे बोरियों के अंबार, लिफ्टिंग भी हुई धीमी
जासं अमृतसर जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आदम बढनी शुरू हो गई है। परंतु खरीदे गए
जासं, अमृतसर : जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आदम बढनी शुरू हो गई है। परंतु खरीदे गए गेहूं की लिफ्टिंग सही ढंग से न होने के कारण मंडियों में गेहूं की बोरियों के अंबार बढ़ने लग पड़े है। आढ़ती और किसान इस के लिए सरकार, प्रशासन और केंद्र सरकार की ओर से बनाई की नई खरीद नीतियों को जिम्मेवार ठहरा रहे है। अमृतसर जिले में 57 मंडियों में अलग अलग खरीद केंद्र स्थापित किए गए है। जिला प्रशासन का दावा है कि सरकार की ओर से जिले में गेहूं की खरीद को जो लक्ष्य दिया गया था उसका 60 प्रतिशत हिस्सा पूरा कर लिया गया है। खरीदे गए गेहूं की अदायगी भी किसानों के बैंक खातों में भेज दी गई है।
उधर मंडियों में बढ़ रहे गेहूं की बोरियों के अंबार संबंधी जम्हूरी किसान सभा के नेता रत्न सिंह रंधावा ने कहा कि सरकार और प्रशासन इस के लिए पूरी तरह जिम्मेवार है। लिफ्टिग की सुयोग्य व्यवस्था नही है। इसके चलते मंडियों में खरीदे गए गेहूं की बोरियों के अंबार लगने शुरू हो गए है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पर्याप्त संख्या में बारदाना भी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। जो किसानों के लिए मुश्किल बना हुआ है। इस की जानकारी हमारे संगठन की ओर से सरकार और जिला प्रशासन को भी दी है। सरकार ने जो नया खरीद सिस्टम लांच किया है वह पूरी तरह सफल नहीं दिखाई दे रहा है।
मंडी मजूदर यूनियन के अध्यक्ष और आढ़ती एसोसिएशन के प्रतिनिधि राकेश तुली ने कहा कि मंडियों में बढ़ रही गेहूं की बोरियों का मुख्य कारण ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों की ढुल मुल नीति है। इस के लिए प्रशासन भी जिम्मेवार है। जिन ट्रांसपोर्टरों को ठेके दिए जाते है उनके पास पर्याप्त संख्या में ट्रकों की व्यवस्था नही होती। जिस कारण बोरियों के अंबार लगने शुरू हो जाते है। उन्होंने कहा कि बारदाना की कमी भी इस का मुख्य कारण है।
जिला फूड व सिविल सप्लाई अधिकारी राज रिषी मेहरा ने बताया कि मंडियों में खरीदे गए गेहूं की लिफिटंग 72 घंटों के भीतर करने की सख्त हिदायतें दी गई है। अगर कोई इस में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। लिफ्टिंग तय समय में करने के लिए सभी खरीद एजेंसियों को सख्त हिदायतें दी गई है।