रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला के निर्माण की प्रक्रिया तेज

सरकारी मेडिकल कालेज स्थित वायरल डिजीज रिसर्च लैब वीडीआरएल में रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला स्थापित करने की दिशा में काम शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:07 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:07 PM (IST)
रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला के निर्माण की प्रक्रिया तेज
रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला के निर्माण की प्रक्रिया तेज

जासं, अमृतसर : सरकारी मेडिकल कालेज स्थित वायरल डिजीज रिसर्च लैब वीडीआरएल में रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला स्थापित करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। प्रयोगशाला का सिविल वर्क पूरा कर लिया गया है, जबकि उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर लगाए गए हैं। सोमवार को टेंडर खोले जाएंगे। दरअसल, केंद्र सरकार ने न्यूरोट्रोपिक लाइसिसिवर्स यानी रैबीज वायरस पर रिसर्च, उपचार एवं एंटी बाडी निर्माण के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है। इस प्रयोगशाला में रैबीज से लड़ने के लिए मानव शरीर में एंटी बाडी विकसित की जाएगी। डायनामिक प्रयोगशाला के लिए फिलहाल 24.50 लाख जारी किए गए हैं। उत्तर भारत की पहली प्रयोगशाला होगी, जहां मानवीय शरीर पर रैबीज की जांच एवं उपचार किया जाएगा। रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला में बायो सेफ्टी कैबिनेट, एलाइजा रीडर, वाशर, डीप फ्रीजर व फ्लोरेंट माइक्रोस्कोप सहित कई अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर सोमवार को खुल जाएंगे।

गुरुनानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. केडी सिंह के अनुसार रैबीज एक ऐसा रोग है जो इंसान को दिव्यांग बना सकता है या मौत के द्वार तक पहुंचा देता है। अब तक उत्तर भारत में रैबीज का डाटा तैयार नहीं हो पाता था। रैबीज डायनामिक प्रयोगशाला में इस रोग को डायग्नोस किया जाएगा। कुत्ते का शिकार बना मरीज जब सरकारी अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने जाएगा तो संबंधित डाक्टर इसकी जानकारी डायनामिक प्रयोगशाला के इंचार्ज को देगा। मरीज को प्रयोगशाला मे भेजा जाएगा। यहां मरीज की जांच की जाएगी कि कुत्ते के काटने से वह रैबीज का शिकार तो नहीं हो गया। यदि ऐसा है तो मरीज के शरीर में रैबीज से लड़ने की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लगाए जाएंगे। इसके पंद्रह दिन बाद यह जांच की जाएगी कि मरीज के शरीर में प्रतिरोधी क्षमता विकसित हुई अथवा नहीं। यदि नहीं तो इस पर भी विस्तृत शोध के बाद पुन: इंजेक्शन लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रयोगशाला में रैबीज के विभिन्न प्रकारों पर शोध कर समाधान तलाशा जाएगा।

chat bot
आपका साथी