सरकार व एसजीपीसी श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों की जानकारी देने के लिए गंभीर नहीं : वडाला

बलदेव सिंह वाडाला ने कहा कि एसजीपीसी के अधिकार क्षेत्र से गायब हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 328 स्वरूप कहां है। इसकी जानकारी सिख पंथ को देने के लिए न तो एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर गंभीर और न ही जिला सिविल और पुलिस प्रशासन।

By Edited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:17 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:33 PM (IST)
सरकार व एसजीपीसी श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों की जानकारी देने के लिए गंभीर नहीं : वडाला
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों की जानकारी दिए जाने की मांग करते हुए सिख सद्दभावना दल के कार्यकर्ता।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। सिख सद्दभावना दल के प्रमुख व श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व हजूरी रागी भाई बलदेव सिंह वडाला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की पंजाब सरकार भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों के मामले के प्रति गंभीर नही है। संगठन के कार्यकर्ताओं की ओर से हेरिटेज स्ट्रीट में स्वरूपों के मुद्दे को लेकर रोष प्रदर्शन भी किया।

वाडाला ने कहा कि श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अधिकार क्षेत्र से गायब हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 328 स्वरूप कहां है। इसकी जानकारी सिख पंथ को देने के लिए न तो एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर गंभीर और न ही जिला सिविल और पुलिस प्रशासन। मामले को लेकर पुलिस के पास भी लिखित शिकायतें दर्ज करवाई गई है। बावजूद इस के कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है और न ही किसी को इस मामले में आरोपी बनाया जा रहा है। सिख सद्दभावना दल इस मामले की जांच की मांग को लेकर हेरिटेज स्ट्रीट में 358 दिनों से पक्का मोर्चा लगा कर धरना दे रहा है।

भाई वडाला ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार तक भी संगठन ने पहुंच की है परंतु केंद्र सरकार की ओर से भी इस मामले को लेकर कोई सार्थक पहल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा सुधार लहर के तहत उनके संगठन की ओर से गुरुद्वारों पर काबिज पंथ विरोधी शक्तियों को हटाने के लिए आवाज बुलंद की जा रही है। आने वाले समय में होने वाले एसजीपीसी के चुनावों में संगठन की ओर से पंथ विरोधियों को सिख धार्मिक स्थानों से बाहर करने के लिए सभी सीटों पर उम्मीवार खड़े किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मामले को उपरी अदालतों में लेकर जाने के लिए भी जल्दी ही संगठन की ओर से रणनीति तय कर ली जाएगी।

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