अमृतसर के व्यापारी ने कारोबार न चलने पर डिप्रेशन में आकर कानपुर में लगाई फासी, इलाके को लोग स्तब्ध
कानपुर के काकादेव के गीतानगर स्थित फ्लैट में अमृतसर (पंजाब) निवासी हार्डवेयर कारोबारी ने बुधवार रात फासी लगाकर जान दे दी।
जागरण टीम, कानपुर, अमृतसर : कानपुर के काकादेव के गीतानगर स्थित फ्लैट में अमृतसर (पंजाब) निवासी हार्डवेयर कारोबारी ने बुधवार रात फासी लगाकर जान दे दी। नौकर खाना बनाने फ्लैट पर पहुंचा तो घटना का पता लगा। पुलिस ने पूछताछ की तो कारोबार न चलने के कारण युवक के डिप्रेशन में होने की बात सामने आई।
अमृतसर में शरीफपुरा निवासी सुरजीत सिंह का अमृतसर में हार्डवेयर का कारोबार है। उनके इकलौते 32 वर्षीय बेटे जसप्रीत सिंह उर्फ सैफी भी पिता के साथ कारोबार संभालते थे। लाकडाउन में काम ठीक न चलने पर उन्होंने कानपुर आकर काम शुरू किया था और गीतानगर ओ ब्लाक में फ्लैट किराये पर लेकर रहने लगे। मौसेरे भाई कंवल सिंह ने बताया कि लाकडाउन के बाद से जसप्रीत का काम ठीक नहीं चल रहा था। काफी घाटा हुआ था। इससे वह डिप्रेशन में थे। कुछ दिन पहले वह अमृतसर स्थित अपने घर गए थे। दो दिन पहले ही लौटे। बुधवार देर शाम नौकर चरनजीत खाना बनाने के लिए फ्लैट पर पहुंचे। उसने चाबी से गेट खोला तो अंदर कमरे में जसप्रीत का शव पगड़ी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। गुरुवार दोपहर पंजाब से स्वजन भी शहर आए। उन्होंने बताया कि जसप्रीत परिवार का इकलौता सहारा थे। परिवार में पत्नी नवनीत कौर और दो बच्चे हैं। काकादेव थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि स्वजन ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। कारोबार न चलने और आíथक स्थित ठीक न होने के कारण फासी लगाने की बात सामने आई है। परिवार आज लाएगा शव
कानपुर में शरीफपुरा के कारोबारी सुरजीत सिंह द्वारा आत्महत्या करने के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है। इलाकानिवासी भी उनके द्वारा उठाए गए इस कदम से स्तब्ध हैं। घटना की जानकारी मिलने पर मृतक सुरजीत की पत्नी, पिता और मा उनका शव लेने के लिए कानपुर के लिए रवाना हो गए। वीरवार की शाम को उनको घटना का पता चला था। घर में कुछेक रिश्तेदार ही हैं, जो कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। उनका कहना था कि शुक्रवार की दोपहर तक मृतक का शव इलाके में पहुंच जाएगा, जिसके बाद परिवार वाले उसका अंतिम संस्कार करेंगे।