आरटीए ई-रिक्शा को लेकर डीसी को लिखेंगे पत्र

शहर की सड़कों पर तेजी से बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या को कंट्रोल करने के लिए रिजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के सचिव ने डिप्टी कमिश्नर कमलदीप ¨सह संघा को पत्र लिखने का फैसला किया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 08:49 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 08:49 PM (IST)
आरटीए ई-रिक्शा को लेकर डीसी को लिखेंगे पत्र
आरटीए ई-रिक्शा को लेकर डीसी को लिखेंगे पत्र

जागरण संवाददाता, अमृतसर : शहर की सड़कों पर तेजी से बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या को कंट्रोल करने के लिए रिजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के सचिव ने डिप्टी कमिश्नर कमलदीप ¨सह संघा को पत्र लिखने का फैसला किया है। अगर डीसी ने इसमें कार्रवाई करते हुए बैंक अधिकारियों को हिदायत जारी कर दी तो ई-रिक्शा को फाइनेंस करवाना किसी के लिए भी टेढ़ खीर बन जाएगा।

आरटीए सचिव रजनीश अरोड़ा का मानना है कि आजकल आसानी से फाइनेंस सुविधा के चलते भी वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ई-रिक्शा बनाने वाली कुछ कंपनियां ही आरटीए कार्यालय के साथ रजिस्टर्ड हैं और उनकी तरफ से बनाए जाने वाले ई-रिक्शा को ही रजिस्टर्ड किया जा सकता है। जबकि दर्जन भर एसी कंपनियां बिना रजिस्ट्रेशन के ही ई-रिक्शा धड़ल्ले से एसैंबल कर बेच रहीं हैं।

आरटीए सचिव अरोड़ा ने बताया कि वे डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखेंगे कि वे बैंकों के अधिकारियों के साथ मासिक बैठक में इस बाबत उन्हें हिदायत जारी करें, ताकि बैंक सिर्फ रजिस्टर्ड कंपनियों के ई-रिक्शा को ही फाइनेंस करें। अगर एसा हो जाता है तो ई-रिक्शा की संख्या पर काबू पाया जा सकेगा। वहीं दूसरी तरफ ई-रिक्शा एसैंबल करने वाली अनाधिकृत कंपनियां उनके कार्यालय के साथ खुद को रजिस्टर्ड करने के लिए भी मजबूर होंगी।

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