शराब पीने और न पीने वाले भी लिवर डैमेज का शिकार

कामकाज के बढ़ते तनाव के बीच लोग खुद के लिए वक्त नहीं निकाल पाते।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 04:11 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 04:11 PM (IST)
शराब पीने और न पीने वाले भी लिवर डैमेज का शिकार
शराब पीने और न पीने वाले भी लिवर डैमेज का शिकार

जासं, अमृतसर : कामकाज के बढ़ते तनाव के बीच लोग खुद के लिए वक्त नहीं निकाल पाते। असंयमित जीवनशैली, आहार व्यवहार में बदलाव की वजह से कई शारीरिक समस्याओं से घिर जाते हैं। ऐसी एक बीमारी है लिवर डैमेज होना। लिवर डैमेज के लिए शराब को कसूरवार माना जाता है, पर जो लोग शराब नहीं पीते वे भी इस स्थिति में आ रहे हैं। वैसे पंजाब में शराब सेवन से लिवर डैमेज होने के मामले अधिक हैं। अमृतसर के ऐसे दो लोगों का लिवर ट्रांसप्लांट किया है।

बुधवार को रंजीत एवेन्यू स्थित पार्वती देवी अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली-एनसीआर स्थित फोर्टिस अस्पताल में एलपीटी एंड एचबीपी सर्जरी के चेयरमैन डा. विवेक विज ने कहा कि 47 वर्षीय शख्स एल्कोहलिक लिवर सिरोसिस का शिकार बने। वहीं 51 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति नान एल्कोहलिक को लिवर सिरोसिस था। दोनों ही स्थानीय डाक्टरों की सलाह पर दवाएं लेते रहे, पर सुधार नहीं हुआ। पीलिया, पेट में पानी भरना, सीने और पेट में दर्द तथा मानसिक भ्रम की स्थिति में पहुंच गए। अमृतसर स्थित सर्वहित गेस्ट्रोसिटी की ओपीडी में पहुंचे। यहां डाक्टरों की सलाह पर फोर्टिस अस्पताल गुरुग्राम में लिवर ट्रांसप्लांट हुआ। डा. विज के अनुसार सिरोसिस की स्थिति में लाए गए मरीजों का ट्रांसप्लांट ही आखिरी विकल्प है। यदि इस स्थिति से पहले ही जानकारी मिल जाए तो इसे दवाओं से ठीक किया जा सकता है।

इस मौके पर सर्वहित गेस्ट्रोसिटी सेंटर डा. अमिताभ जैरथ ने कहा कि लिवर डैमेज में शराब का सेवन तो कारण है ही, पर शराब न पीने वाले भी इसका शिकार बन रहे हैं। हर मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत नहीं। लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसे दवाओं से भी ठीक किया जा सकता है, बशर्तें लिवर सिरोसिस न हुआ हो। इसके लिए सर्वहित गेस्ट्रोसिटी व फोर्टिस गुरुग्राम ने टाइअप किया है। अमृतसर में मरीजों की ओपीडी होगी, ताकि उन्हें बार-बार दिल्ली न जाना पड़े। यदि लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी तो ही मरीज को दिल्ली भेजा जाएगा। सर्वहित गेस्ट्रोसिटी अमृतसर में गेस्ट्रोएंट्रोलाजी, हीपेटोलाजी व इंटरवेंशल एंडोस्कोपी के डायरेक्टर डा. गुरबिलास सिंह, डा. आशीष सिगल भी उपस्थित थे।

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