हरकत में प्रशासन, पराली जलाने से रोकने के लिए बनाई टीमें

दैनिक जागरण के अभियान पराली नहीं जलाएंगे पर्यावरण बचाएंगे का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 11:30 PM (IST)
हरकत में प्रशासन, पराली जलाने से रोकने के लिए बनाई टीमें
हरकत में प्रशासन, पराली जलाने से रोकने के लिए बनाई टीमें

जागरण संवाददाता, अमृतसर : दैनिक जागरण के अभियान 'पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे' का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। इसके लिए तैनात नोडल अधिकारी सिर्फ इस पर नजर ही नहीं रखेंगे बल्कि पराली को आग लगाने वालों पर कार्रवाई भी सुनिश्चित करेंगे। डिप्टी कमिश्नर ने इसके लिए टीमें गठित करने के साथ ही अधिकारियों के साथ आयोजित खास बैठक में किसानों को खेत में पराली जलाने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की हिदायतें दी हैं।

डीसी ढिल्लों ने अधिकारियों से कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की हिदायतों के मुताबिक धान की पराली को किसी भी हालत में आग नहीं लगाने दी जाए। और अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना किया जाए। इसके साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि हवाई पट्टी के साथ लगते क्षेत्र में आग लगाने वालों पर एफआईआर दर्ज करवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने निगरान कमेटियों और नोडल अधिकारियों को किसानों को इसके लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा कि वे धान की कटाई सुपर एसएमएस सिस्टम युक्त कंबाइन से ही करें। जिले में खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से बड़े स्तर पर पराली के निपटारे और गेहूं की सीधी बिजाई के लिए मशीनरी का प्रबंध किया गया है, जिसका ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किया जाए। उन्होंने बताया कि इन टीमों की तरफ से संबंधित सब-डिवीजन के एसडीएम के नेतृत्व में काम किया जाए।

आम नागरिक भी एप पर दें पराली जलाने की शिकायत

इस अवसर पर जिला खेतीबाड़ी अधिकारी डा. दलबीर सिंह छीना ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इसका किसानों पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है। पंजाब में रिमोट सैंसिग सेंटरों द्वारा आग वाली जगहों संबंधी एसएमएस जरिए सूचित किया जाएगा, जिसके आधार पर टीमों की तरफ से अगली कार्रवाई की जाएगी। डा. छीना ने बताया कि आग की घटना सामने आने पर कोई भी आम नागरिक अपने मोबाइल के गुगल स्टोर के जरिए डाउनलॉड की जाने वाली एप ई-प्रिवेंट पर फोटो अपलॉड कर अपनी जिम्मेदारी निभा सकता है। वहीं किसान आईखेत मशीन एप डाउनलॉड कर पराली निपटारे में मदद ले सकता है। इस अवसर पर एसडीएम शिवराज सिंह बल, विकास हीरा, दीपक भाटिया, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एसई हरबीर सिंह, एआर सुनील कुमार, डीडीपीओ गुरप्रीत सिंह गिल और डीआरओ मुकेश कुमार शर्मा भी उपस्थित थे।

सरकारी कर्मचारी पर होगी अनुशासनीय कार्रवाई

डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने बताया कि सरकारी कर्मचारी, जिनके परिवार में खेती की जाती है, अगर अपने खेत में पराली को आग लगाता है तो उसके खिलाफ अनुशासनीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को हिदायतों में कहा कि गांवों की पंचायतों को शपथ दिलाकर, स्कूली विद्यार्थियों के जरिए जागरूकता रैलियां और लेक्चर करवा और सहकारी सभाओं में जागरूकता करवा इस अभियान को सफल बताया जाए।

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