जम्हूरी अधिकार सभा ने निकाला रोष मार्च
जम्हूरी अधिकार सभा की ओर से विभिन्न संगठनों के सहयोग से सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एक कांफ्रेस के दौरान विरोध प्रगट किया गया
जागरण संवाददाता, अमृतसर
जम्हूरी अधिकार सभा की ओर से विभिन्न संगठनों के सहयोग से सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एक कांफ्रेस के दौरान विरोध प्रगट किया गया। सर्व समिति से प्रस्ताव पारित करके मांग की गई कि जेलों में बंद किए गए बुद्धिजीवियों, लेखकों , समाजिक कार्यकर्ताओं और वकीलों को केंद्र सरकार तुरंत रिहा किया जाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से कंपनी बाग के बाहर रोष मार्च भी किया गया।
संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जम्हूरी अधिकार सभा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य डा. परमिदर सिंह ने कहा कि सरकारों की ओर से हकों की लिए आवाज उठाने वालों को एक साजिश के तहत जेलों में बंद किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा यूएपी, कृषि कानून, बिजली एक्ट, संशोधित श्रम कानून आदि पूरी तरह रद किए जाएं। जिन गिरफ्तार बुद्धिजीवियों के खिलाफ अदालतों में अभी तक कोई चलान पेश नही किया है उन केसों को रद किया जाए। इस दौरान अलग अलग प्रस्ताव पारित करके सरकार की विभिन्न नीतियों का विरोध किया गया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के महासचिव सुखदेव सिंह, गुरबचन सिह, जम्हूरी किसान सभा के रत्न सिंह रंधावा, आल इंडिया किसान सभा के बलविदर सिंह, अमरजीत सिंह भल्ला, डीटीएफ के अश्वनी अवस्थी, टीएसयू के प्रमोद कुमार, तर्कशील सोसायटी के सुमीत सिंह, रमेश यादव आदि ने संबोधित किया।