अमृतसर में कई इलाकों में मिला लारवा, टीम ने लताड़ा तो लोगों ने बनाए बहाने, जानें क्या बोले..

कोरोना की दूसरी लहर से जूझने के बाद तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटे स्वास्थ्य विभाग के लिए अदने से डेंगू मच्छर ने चुनौती खड़ी कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 05:00 AM (IST)
अमृतसर में कई इलाकों में मिला लारवा, टीम ने लताड़ा तो लोगों ने बनाए बहाने, जानें क्या बोले..
अमृतसर में कई इलाकों में मिला लारवा, टीम ने लताड़ा तो लोगों ने बनाए बहाने, जानें क्या बोले..

नितिन धीमान, अमृतसर: कोरोना की दूसरी लहर से जूझने के बाद तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटे स्वास्थ्य विभाग के लिए अदने से डेंगू मच्छर ने चुनौती खड़ी कर दी है। इसका आतंक पूरे शहर में फैलने लगा है। शहर के 85 वार्डो में डेंगू के मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। जून से अब तक कुल 236 मरीज मिल चुके हैं। इसके बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग प्रभावित क्षेत्रों में मच्छर मार दवा का छिड़काव नियमित रूप से कर रहा है। नगर निगम की फागिग मशीनें अब शहर में उतरी हैं। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने नगर निगम के कमिश्नर मलविदर सिंह जग्गी को पत्र लिखकर कहा है कि वह सभी 85 वार्डो में नियमित रूप से फॉगिग स्प्रे करवाएं। इसके साथ ही सेनेटरी इंस्पेक्टरों को निर्देश दें कि जिन घरों में लारवा मिलता है उनका चालान काटा जाए। इनका ड्यूटी रोस्टर स्वास्थ्य विभाग को भेजा जाए।

रविवार को छुट्टी के दिन स्वास्थ्य विभाग की टीमें सुल्तानविड रोड व कोट खालसा में पहुंचीं। जिला महामारी अधिकारी डा. मदन मोहन की अगुआई में टीम ने सुल्तानविड रोड के घरों में दस्तक दी। इस दौरान एक घर में कूलर में डेंगू का लारवा पाया गया। टीम ने मकान मालिक सुखजीत सिंह को लताड़ लगाई तो उन्होंने कहा कि गर्मी कम होने की वजह से अब कूलर का प्रयोग बंद कर दिया है। इस पर टीम ने कहा कि कूलर नहीं चलाते तो इसके अंदर भरा पानी तो निकाल सकते हो। टीम ने 500 रुपये का चालान उसे थमाया। इसके अलावा गमलों व पानी की टंकियों की भी टीम ने जांच की। एक घर में पानी की टंकी में डेंगू का लारवा पाया गया। मकान मालिक ने कहा कि कई महीनों से टंकी की सफाई नहीं की गई। उसका भी टीम ने चालान काटा। असल में टीम ने कोने-कोने से मच्छर का लारवा ढूंढा। इस दौरान कई घरों में भारी मात्रा में लारवा मिला। सितंबर के 12 दिनों में 134 मरीज रिपोर्ट हुए

जून में शुरू हुआ मच्छर सितंबर में आक्रामक हो उठा है। सितंबर के 12 दिनों में ही 134 मरीज रिपोर्ट हुए हैं। शहर भर में मच्छर का लारवा तैयार हो रहा है। वहीं अब दो दिनों से हो रही बरसात का पानी भी कई जगह जमा है। यदि यह पानी सात दिनों तक जमा रहा तो डेंगू का लारवा पनपेगा और मच्छर कोने कोने में फैल जाएंगे। ये एरिया हैं सर्वाधिक प्रभावित

- सुल्तानविड रोड

- कोट खालसा

- रंजीत एवेन्यू

- ग्रीन एवेन्यू

- ऊधम सिंह नगर

- अंतर्यामी कालोनी अस्पतालों में 150 बेड आरक्षित किए

डेंगू संक्रमित मरीजों के लिए सिविल अस्पताल अमृतसर, बाबा बकाला, अजनाला, मानांवाला, मजीठा सहित गुरुनानक देव अस्पताल व प्राइमरी हेल्थ सेंटरों में 150 बेड आरक्षित किए गए हैं।

पाश एरिया के लोगों की नासमझी, एक घर में 50 गमलों में भरा मिला पानी

सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह के अनुसार डेंगू का प्रकोप रोकने के लिए हमने मैनपावर बढ़ाई है। अफसोसनाक पक्ष यह है कि पाश एरिया रंजीत एवेन्यू व ग्रीन एवेन्यू में डेंगू का लारवा मिलने के बाद लोग विभाग का सहयोग नहीं कर रहे। हाल ही में एंटी लारवा टीमें उपरोक्त इलाकों में पहुंचीं तो लोगों ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया। इसके बाद पुलिस की मदद से टीमों को अंदर भेजा गया। हर आलीशान घर में 50 से अधिक गमले रखे गए थे। सभी में पानी जमा था, जिन्हें खाली करवाया गया। पढ़े लिखे लोग ही नियमों का पालन नहीं करते। हम हाउस टू हाउस सर्वे कर रहे हैं। मच्छर के सोर्स यानी लारवा को खत्म करना जरूरी है। फागिग से एडल्ट मच्छर मरता है, जबकि लारवा के खात्मे के लिए एंटी लारवा स्प्रे किया जाता है। एंटी लारवा टीमों को नौ बजे फील्ड में उतार दिया जाता है। डेंगू टास्क फोर्स की बैठक आज

डेंगू महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार को डेंगू टास्क फोर्स की बैठक बुलाई है। इसमें सभी सरकारी विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा की अगुआई में होने वाली इस बैठक में डेंगू प्रभावित एरिया में मच्छर मार दवा के छिड़काव, सरकारी एवं निजी अस्पतालों में डेंगू वार्डों की स्थिति इत्यादि की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा डेंगू की रोकथाम के लिए भी प्रभावी योजना तैयार की जाएगी। कई निजी अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे मरीज

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डा. सुभाष थोबा ने कहा कि डेंगू मच्छर बेहद खतरनाक है। शहर के निजी अस्पतालों में डेंगू संक्रमित मरीज ऐसे भी उपचाराधीन हैं जो जिदगी से जंग लड़ रहे हैं। कई के खून में प्लेटलेट्स की संख्या बीस हजार से भी कम रह गई है। 2019 में भी अमृतसर शहर में डेंगू ने खतरनाक ढंग से दस्तक दी थी। तब ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स सेल भी नहीं मिलते थे। ऐसे में यह जरूरी है कि नगर निगम प्रशासन तुरंत एहतियाती कदम उठाकर मच्छरों का सफाया करे। दैनिक जागरण की अपील

आपके सहयोग से ही इस बीमारी पर पाया जा सकता है नियंत्रण

हर व्यक्ति को खुद का और अपनों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। दैनिक जागरण की अपील है कि सभी लोग इस डेंगू से निपटने में सेहत विभाग का सहयोग करें। घरों में गमलों और कूलरों में पानी जमा होने न दें। मच्छर मार दवा का छिड़काव जरूर करवाएं। टीमें जांच के लिए आएं तो उन्हें सहयोग करें। यह हर नागरिक का क‌र्त्तव्य है। विभाग पूरे शहर को इस बीमारी से बचा रहा है। उनका साथ दें। किस माह में कितने मरीज मिले

जून - 3 मरीज मिले

जुलाई - 13

अगस्त - 86

सितंबर- 134 एंटी लारवा टीमें

6 सेनेटरी इंस्पेकटर

50 फील्ड वर्कर

2 असिस्टेंट मेडिकल आफिसर - अब तक चालान काटे- 503

- प्रति चालान - 500 रुपये

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