विद्यार्थियों के मिले स्मार्ट फोन, पूरा होगा ऑनलाइन पढ़ाई का सपना

। आखिरकार साढ़े तीन साल के इंतजार के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने अपना चुनावी वादा पूरा कर ही दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:23 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 11:23 PM (IST)
विद्यार्थियों के मिले स्मार्ट फोन, पूरा होगा ऑनलाइन पढ़ाई का सपना
विद्यार्थियों के मिले स्मार्ट फोन, पूरा होगा ऑनलाइन पढ़ाई का सपना

अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर

आखिरकार साढ़े तीन साल के इंतजार के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने अपना चुनावी वादा पूरा कर ही दिया। सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल के आडिटोरियम में युवा दिवस के अवसर पर बुधवार को जिले के बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन भेंट किए गए।

स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में मेडिकल शिक्षा व रिसर्च मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने मुख्य मेहमान के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में पंजाब सरकार ने मजीठा के शहीद कैप्टन अमरदीप सिंह सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल के प्लस टू के 15 विद्यार्थियों के हाथों में स्मार्टफोन दिए।

मंत्री सोनी ने विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन वितरित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 के कारण शिक्षा प्रणाली में आए बदलाव में स्मार्टफोन सहायक साबित होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपना वादा पूरा कर विद्यार्थियों को तोहफा दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में एक लाख 73 हजार 823 स्मार्ट फोन बांटे जाएंगे। जिन पर पंजाब सरकार करीब 92 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

इस मौके पर विधायक सुनील दत्ती, डॉ. राज कुमार वेरका, इंद्रबीर सिंह बुलारिया, सुखविदर डैनी, डीसी गुरप्रीत खैहरा, पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह, डीईओ सेकेंडरी सतिदरबीर सिंह, मेयर करमजीत रिटू, पार्षद पति सतीश बल्लू, सोनू दत्ती, जतिदर सोनिया, प्रदीप शर्मा, विकास सोनी प्रिसिपल बलराज ढिल्लों, मोना कौर, मंदीप कौर, डॉ. आंचल अरोड़ा, अदित्य दत्ती आदि मौजूद थे। इन विद्यार्थियों को मिले स्मार्टफोन

जिन विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन दिए गए हैं, उनमें सुखमनदीप सिंह, नवनीत सिंह, रोहित कुमार, अमनदीप कुमार, गुरभेज सिंह, आजाद, पल्लवी, परमिदर कौर, सुखदीप कौर, बलजिदर कौर, नवनीत कौर, सोनिया कौर, दीक्षा, पवनदीप कौर व नेहा शामिल है। बीच में ही कट गया कनेक्शन

ऑनलाइन उद्घाटन कार्यक्रम में इंटरनेट कनेक्शन कट गया। इससे समारोह में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने का दावा करने वाले शिक्षा विभाग का संपर्क गणमान्य लोगों से टूट गया। उस समय प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ऑनलाइन संबोधन कर रहे थे। दोपहर करीब 3.45 बजे संपर्क टूटा। फजीहत से बचने के लिए वक्ता ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया और माननीयों को मंच पर बुला लिया। स्कूल की जर्जर छत पर नहीं गया ध्यान

स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम के दौरान सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल की छत जर्जर हालत में थी। स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में मंत्रियों व विधायकों का ध्यान इस ओर नहीं गया। छत की सीलिग बुरी तरह से कई जगह से उखड़ी थी, यह हिस्सा उसके नीचे बैठे विद्यार्थियों पर कभी भी गिर सकता था।

अब स्मार्ट फोन से पढ़ाई करेंगी पवनदीप व पल्लवी

कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन पढ़ाई भी बाधित हो गई थी। लग रहा था अब वह प्लस टू कक्षा पास नहीं कर पाएंगी। घर में स्मार्ट फोन नही था। घर से बाहर सहेलियों के पास जाने के लिए साधन नहीं। पर अब उनके हाथ में स्मार्ट फोन आ गया है। बिना परेशानी के ऑनलाइन पढ़ाई कर पाएंगी। ये कहना था पल्लवी व पवनदीप का। पल्लवी के पिता सुभाष कुमार व मां ज्योति बाला का निधन हो चुका है। घर की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं थी। मजबूरन पढ़ाई के लिए सहेलियों के घर जाना पड़ता था।

पवनदीप ने बताया कि उसके सिर से पिता अरविदर सिंह का साया उठ चुका है। मां बलजिदर कौर घर का कामकाज करती है। पिता राजमिस्त्री थे। दादा सतनाम सिंह मेहनत मजदूरी कर उन्हें पाल पोस रहे हैं। घर में मोबाइल नहीं था। तीन भाई-बहन हैं। सिर्फ एक मोबाइल फोन था। उस पर भी पढ़ाई नहीं हो पाती थी। दोनों छात्राओं ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के सपने को अब स्मार्ट फोन पूरा करेगा। मोबाइल मिलने की उन्हें बहुत खुशी है। कोरोना से बचाव के लिए सिर्फ विद्यार्थियों ने ही अपनाए नियम

सरकारी स्कूल के ऑडिटोरियम में मेहमानों ने कोविड-19 से बचाव के लिए नियमों का पालन करना जरूरी नहीं समझा। जबकि विद्यार्थियों ने इसका पूरा पालन किया। बच्चों ने मुंह पर मास्क बांधे होने के साथ साथ एक दूसरे से एक चेयर छोड़ कर अपनी जगह बनाई। वही डीसी, विधायक व मंत्री एक के साथ एक जुड़ कर बैठे हुए थे। बात करने के लिए मास्क को भी उतारने से परहेज नहीं किया। मंच पर भी जगह बनाने के लिए होड़ मची रही।

chat bot
आपका साथी