सात महिलाओं सहित 12 की मौत, 342 संक्रमित मिले
कोरोना वायरस अप्रैल माह में आक्रामकता दिखा दी है। हर घटे औसतन 14 से 15 मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: कोरोना वायरस अप्रैल माह में आक्रामकता दिखा दी है। हर घटे औसतन 14 से 15 मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। सोमवार को कोरोना संक्रमण ने 12 लोगों की जान ले ली, जबकि 342 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं कोरोना संक्रमितों व मृतकों का डाटा सहेजने वाला सिविल सर्जन कार्यालय का एक डाक्टर भी वायरस की चपेट में आ गया है। यह डाक्टर कार्यालय में सिविल सर्जन सहित सभी प्रोग्राम आफिसरों के संपर्क में रहा है। ऐसे में सिविल सर्जन कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है।
इससे पूर्व 16 सितंबर 2020 को 12 संक्रमितों की मौत हुई थी। इसके बाद से मृत्यु का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा था। अप्रैल में मृत्यु दर भी बढ़ी और संक्रमितों की संख्या भी। यह वक्त डरने और सतर्क रहने का है। कोरोना वायरस ने पिछले सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बीते रविवार को पहली बार 742 नए संक्रमित मिले थे। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यह यूके स्ट्रेन है, जो 60 फीसद अधिक रफ्तार से बढ़ रही है। मोहाली के बाद अमृतसर दूसरे नंबर पर जहा सर्वाधिक केस रिपोर्ट होने लगे हैं। कोरोना महामारी अब चिंताजनक स्थिति पर पहुंच गई है। यह चिंता नहीं चिंतन का समय है। लोग शारीरिक दूरी अपनाएं, मास्क पहनें और बेवजह घर से बाहर न निकलें।
एक दिन में 5254 को लगा टीका
वैक्सीन की किल्लत से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को जिले में 5254 लोगों को टीका लगाया। स्वास्थ्य विभाग के पास 12 हजार कोविशील्ड व 18 हजार कोवैक्सीन पहुंची थीं। इनमें से 9926 लोगों को टीका लगा दिया गया है। अब विभाग के पास तकरीबन बीस हजार डोज शेष हैं। 16 जनवरी से अब तक कुल 2 लाख बीस हजार 940 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। अमृतसर की 26 लाख आबादी में से 70 फीसद को जून अंत तक टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि बीच बीच में वैक्सीन की कमी की वजह से कई सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण सत्र नहीं लग पा रहा। खास बात यह है कि 45 से अधिक आयु के 1 लाख 41 हजार 556 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है। दोनों डोज लगवाने वालों की संख्या 9857 है। इससे साफ है कि अधेड़ और बुजुर्गो में वैक्सीन लगवाने का रुझान अधिक है। स्वास्थ्य कर्मियों ने अभी भी टीकाकरण में पूरी तरह से योगदान नहीं दिया। 16 जनवरी को सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों से ही टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। कुल पंजीकृत 36 हजार 205 स्वास्थ्य कर्मियों में से अब तक 23 हजार 35 ने ही टीका लगवाया है, जबकि दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या 9935 है।