इनसे प्रेरणा लें: पिडां वालेयां दी बल्ले बल्ले. दो गांवों में 100 फीसद टीकाकरण

कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा लगाए जा रहे कोरोना टीके का महत्व अब लोगों को समझ आने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:00 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:00 AM (IST)
इनसे प्रेरणा लें: पिडां वालेयां दी बल्ले बल्ले. दो गांवों में 100 फीसद टीकाकरण
इनसे प्रेरणा लें: पिडां वालेयां दी बल्ले बल्ले. दो गांवों में 100 फीसद टीकाकरण

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा लगाए जा रहे कोरोना टीके का महत्व अब लोगों को समझ आने लगा है। अमृतसर के दो गांवों के लोगों ने टीके का महत्व समझकर शत प्रतिशत टीकाकरण करवाया है और दूसरों के लिए प्रेरणाप्रद उदाहरण प्रस्तुत की है। इनमें ब्लाक हर्षा छीना के अंतर्गत आते गांव भलोट व डेरा बाबा जैमल सिंह के अधीन आते गांव बल्लखुर्द शामिल हैं। दोनों गांवों में ग्रामीणों को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं।

इससे पूर्व लुधियाना का भिक्खी गांव 100 फीसद टीकाकरण के बाद राज्य का पहला गांव बना था। अब अमृतसर का भलोथ गांव दूसरा है। इन गांवों में रहने वाले लोगों के साथ-साथ फ्रंट लाइन वारियर्स व हेल्थ वर्कर भी टीके का कवच पहन चुके हैं। इसी सप्ताह से स्वास्थ्य विभाग ने गांवों में भी टीकाकरण की गति बढ़ाई है। हालांकि कोविशील्ड का स्टाक सीमित मात्रा में मिल रहा है। इसके बावजूद विभाग ने रणनीति बनाकर उन गांवों को चिन्हित किया जहां 200 से 300 लोग रहते हैं। गांव भलोथ व बल्ल सराय खुर्द में सभी लोगों को पहली डोज पूर्व में लग चुकी थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों की मदद से इन गांवों में टीमें भेजीं और दूसरी डोज भी लगवा दी। दोनों गांवों में कुल 500 लोगों का टीकाकरण हो गया है। पिछले तीन दिन में इन तीनों गांवों के बाशिदों को दूसरी डोज लगाकर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया गया है।

डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा ने कहा कि इसके साथ ही डेरा अस्पताल व उसकी कालोनी में रहने वाले 8900 लोगों को टीका लग चुका है। गांवों के सरकारी अस्पतालों व अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाकर लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। आधा दर्जन गांवों में एक सप्ताह में शत प्रतिशत हो जाएगा टीकाकरण

जिले के 860 गांवों में शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन ने गांवों के सरपंचों का सहयोग मांगा है। डेरों, गुरुद्वारा साहिब व सार्वजनिक स्थानों पर कैंप लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। अमृतसर के आधा दर्जन गांव ऐसे हैं जहां शत प्रतिशत टीकाकरण एक सप्ताह में हो जाएगा। उदाहरण के तौर पर गांव दयाल भलंग। 1400 आबादी वाले इस गांव में 60 लोगों को दूसरी डोज लगनी है। इसके बाद यह गांव भी पूर्णत: टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लेगा। 147 कम्युनिटी आफिसरों को सौंपी जिम्मेदारी

गांवों में टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 147 कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रत्येक आफिसर प्रतिदिन 100 लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करेगा। विभाग उन गांवों में टीककारण की रफ्तार बढ़ाई गई है जिनकी जनसंख्या 300 से 500 है। ऐसे 50 गांवों की सूची कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों को दी गई है। दूसरे पड़ाव में 500 से 1000 जनसंख्या वाले गांवों को कवर किया जाएगा। सहायक सिविल सर्जन डा. अमरजीत सिंह के अनुसार हमारा फोकस उन गांवों की ओर है जहां पहली डोज लग चुकी है। यह लक्ष्य हम बहुत जल्दी पूरा कर लेंगे। पांच माह में 464560 को लगा टीका

16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत अब तक शहरी व देहाती क्षेत्रों में 464560 लोगों को टीका लग चुका है। इनमें पंजीकृत 40274 स्वास्थ्य कर्मियों में से 30462 75.64 को पहली डोज, 15252 37.87 को दूसरी डोज, पंजीकृत 77962 फ्रंट लाइन वारियर्स में से 74821 95.97 को पहली डोज, 17492 22.44 को दूसरी डोज, 45 से अधिक आयु के पंजीकृत 238526 में से 236988 99.38 को पहली डोज, 42873 17.97 18 से 44 आयु वर्ग के 46672 लोगों को टीके लग चुके हैं।

chat bot
आपका साथी