UP विधानपरिषद चुनाव में वोटरों से सीधे संपर्क पर जोर, भाजपा का संवाद कार्यक्रम

भाजपा पहली बार युद्धस्तर पर तैयारी के साथ विधानपरिषद की स्नातक व शिक्षक की 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में उतरेगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 04:32 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 04:42 PM (IST)
UP विधानपरिषद चुनाव में वोटरों से सीधे संपर्क पर जोर, भाजपा का संवाद कार्यक्रम
UP विधानपरिषद चुनाव में वोटरों से सीधे संपर्क पर जोर, भाजपा का संवाद कार्यक्रम

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद अब उत्तर प्रदेश में एक बार फिर चुनाव का माहौल बन गया है। हर पार्टी के साथ ही प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी भी विधान परिषद की स्नातक व शिक्षक क्षेत्र की सीटों पर अपने प्रत्याशियों को होने वाले चुनाव में संपर्क बैठकों व संवाद कार्यक्रमों के जरिये प्रचार तेज किया जाएगा। जिला व मंडल स्तर पर पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। संयोजक व प्रभारी की तैनाती के अलावा विस्तारक भी लगाए जाएंगे।

भाजपा पहली बार युद्धस्तर पर तैयारी के साथ विधानपरिषद की स्नातक व शिक्षक की 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में उतरेगी। इनमें स्नातक क्षेत्र की पांच और शिक्षक क्षेत्र की छह सीट शामिल हैं। बूथ, मंडल और जिलों में बने नए संगठन के लिए विधानपरिषद का चुनाव पहली परीक्षा होगा। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के लिए चुनाव में बेहतर नतीजे देने की चुनौती होगी। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के निर्देशन में चुनावी तैयारी चार माह से जारी है। प्रथम चरण में वोट बनवाने और वोटरलिस्ट दुरस्त कराने का काम अंजाम दिया गया। चुनावी तैयारियों को लेकर अन्य राजनीतिक दलों से तुलना करें तो भाजपा काफी आगे है। बसपा और कांग्रेस की ओर से कोई तैयारी जमीन पर नहीं दिखती है। जबकि सपा की तैयारियां सभी जिला कमेटियों का गठन पूरा न होने के कारण बाधित रहीं। विधानपरिषद सदस्य जयपाल सिंह व्यस्त कहते है कि पहली बार भाजपा ने शिक्षक व स्नातक क्षेत्र के चुनाव को गंभीरता से लिया है।

मतदान केंद्रों तक करेंगे प्रवास

प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने चुनाव की रणनीति फाइनल करते हुए सभी 11 निर्वाचन क्षेत्रों के संयोजकों व प्रभारियों से मतदान केंद्रों तक प्रवास करने को कहा है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूहों में वोटरों के साथ वार्ता करके उनको पार्टी की रीति नीति के बारे में विस्तार से बताया जाए। प्रत्येक क्षेत्र में विस्तारक भी नियुक्त किए जायेंगे, जो पूर्णकालिक तौर पर कार्य करेंगे।

हर एक शिक्षक व स्नातक वोटर से सीधे संपर्क करने की जिम्मेदारी प्रत्याशी के अलावा जिला पदाधिकारियों की होगी। अधिकतर क्षेत्रों में मतदाता सूची प्रकाशित हो चुकी है। होली के बाद मतदाता सूचियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ता क्षेत्र में निकलेंगे। छोटी बैठक, सम्मेलन व संवाद कार्यक्रमों के जरिये वोटरों से संपर्क करेंगे। 

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