West Bengal Politics: दिलीप घोष के खिलाफ दो और एफआइआर

Dilip Ghosh. प्रदर्शनकारियों को कुत्ते की तरह गोली मारने वाले बयान को लेकर दिलीप घोष के खिलाफ दो और एफआइआर दर्ज कराई गई हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 17 Jan 2020 07:32 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jan 2020 07:32 PM (IST)
West Bengal Politics: दिलीप घोष के खिलाफ दो और एफआइआर
West Bengal Politics: दिलीप घोष के खिलाफ दो और एफआइआर

कोलकाता, जागरण संवाददाता। Dilip Ghosh. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ विवादित बयान को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रदर्शनकारियों को कुत्ते की तरह गोली मारने वाले बयान को लेकर उनके खिलाफ दो और एफआइआर दर्ज कराई गई है। इस बार माकपा के यूथ विंग के नेताओं ने एफआइआर दर्ज कराई हैं।

जानकारी के अनुसार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के खिलाफ नवीनतम एफआइआर हुगली और दार्जिलिंग जिलों में दर्ज कराई गई है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने उनकी इस विवादित टिप्पणी के खिलाफ नदिया और उत्तर 24 परगना जिले में दो ऐसी शिकायतें दर्ज कराई थी। माकपा की यूथ विंग डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाइएफआइ) की सिंगूर उत्तर स्थानीय समूति के सचिव सुमन पाल ने दिलीप घोष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

जानें, क्या कहा था घोष ने

बता दें कि हाल ही में बंगाल के नदिया जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा था कि दीदी की पुलिस ने सार्वजनिक सपंत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि वे उनके वोटर थे। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक में इन लोगों को कुत्तों की तरह गोली मारी। घोष के इस बयान को लेकर उनकी पार्टी से लेकर विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की।

हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं ममता : दिलीप घोष

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने हाल में पीएम नरेंद्र मोदी की कोलकाता यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात करने को लेकर मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर गुरुवार को फिर हमला बोला। घोष ने सवाल करते हुए कहा कि क्या कोई कह सकता है कि ममता तेज दिमाग की हैं? उन्होंने कहा कि हाल में पीएम से मुलाकात के बाद ममता का बयान दर्शाता है कि वह हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।

घोष ने कहा, जब मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाया जाता है तो वह नहीं जाती हैं। वह कहती हैं कि बंगाल के लिए धन की मांग करने के लिए उन्होंने यहां शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी से मिलीं और साथ ही उनसे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को वापस लेने की मांग की। घोष ने ममता के इस बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोई भी हमारे घर आता है तो उसे हम चाय देते हैं। क्या हम पैसे मांगते हैं, या उसे कानून बदलने के लिए कहते हैं?

घोष ने आगे कहा, अब क्या कोई कह सकता है कि वह तेज दिमाग की हैं? उन्होंने कहा कि वह (ममता बनर्जी) हताशा की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को प्रदेश भाजपा का निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए घोष ने ये बातें कहीं।

गौरतलब है कि घोष ने कुछ दिनों पहले ही सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा शासित राज्यों में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह गोली मारी गई। उनके इस बयान की भाजपा के साथ विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की थी। बता दें कि हाल में पीएम की दो दिवसीय यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने राजभवन में पीएम के साथ 15 मिनट तक बैठक की थी। बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि पीएम से उन्होंने केंद्र के पास राज्य का बकाया 38 हजार करोड़ रुपये की मांग की थी। साथ ही सीएए, एनआरसी व एनपीआर वापस लेने का अनुरोध किया।

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