सुंदरवन में केकड़ा पकड़ने गए मछुआरे की बाघ के हमले में मौत
- दो अन्य साथियों के साथ केकड़ा-मछली की तलाश में पहुंच गया था घने जंगल में जागरण संवाददाता
- दो अन्य साथियों के साथ केकड़ा-मछली की तलाश में पहुंच गया था घने जंगल में
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन अंतर्गत बशीरहाट रेंज के कांकसा जंगल में केकड़े की तलाश में पहुंचे एक मछुआरे की बाघ के हमले में मौत होने की घटना प्रकाश में आई है। मरने वाली की पहचान रामपद मंडल है।
वन अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि मंगलवार को रामपद अपने दो अन्य साथियों के साथ कांकसा जंगल में मछली-केकड़ा पकड़ने पहुंचा था। उनके जीवन जीविका का यही बड़ा और अहम माध्यम भी है। घने जंगल में नदी किनारे वे लोग मछली-केकड़ा पकड़ रहे थे, तभी एक बाघ निकल कर आया और रामपद को अपने जबड़े में दबोच लिया। हालांकि साथियों ने एकजुटता दिखाई और किसी कर भाग को वहां से भगा दिया। लेकिन तब तक रामपद बुरी तरह घायल हो चुका था। साथियों की मदद से उसे तुरंत जंगल से निकाल कर नाव से अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने भी मृत घोषित कर दिया।
उधर, घटना की सूचना पाकर वन अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उनका आरोप है कि नामखाना और काकद्वीप समेत आस पास के इलाकों में बाघों का वर्चस्व है। इस कारण मछुआरों को उन इलाकों में घने जंगल में जाने की मनाही है। बावजूद इसके वे नियमों और निर्देशों की अवहेलना कर वर्जित क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं और बाघों का शिकार बन जाते हैं। पता लगाया जा रहा है कि रामपद और उसके साथी भी इजाजत लेकर घने जंगल में गए थे या बिना किसी इजाजत के ही। गौरतलब हो कि सुंदरवन के विभिन्न क्षेत्रों में केकड़ा पकड़ने की कोशिश के दौरान मछुआरों का वर्जित क्षेत्र में प्रवेश करना और बाघों का शिकार बनने की यह पहली घटना नहीं है। 2019 के 23 दिसंबर को भी सुंदरवन के जंगल में केकड़ा पकड़ने गए एक मछुआरे की बाघ के हमले में मौत हो चुकी है।