Bihar Assembly Elections 2020 : पार्टियों के आपसी तालमेल की तस्वीर साफ नहीं होने से तिरहुत प्रमंडल में अब भी ऊहापोह, मतदाताओं को भी नाम घोषित होने का इंतजार

Bihar Assembly Elections 2020 अब तक दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों का तालमेल नहीं होने से स्थिति धुंधली। लोजपा और रालोसपा के रुख से तय नहीं हो पा रहा गठबंधन का स्वरूप। स्थानीय नेता किस रूप में खुद को करें पेश नहीं कर पा रहे तय।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 02:48 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 02:48 PM (IST)
Bihar Assembly Elections 2020 : पार्टियों के आपसी तालमेल की तस्वीर साफ नहीं होने से तिरहुत प्रमंडल में अब भी ऊहापोह, मतदाताओं को भी नाम घोषित होने का इंतजार
स्थानीय नेता तय नहीं कर पा रहे कि वे जनता के सामने खुद को किस रूप में पेश करें।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar Assembly Elections 2020 : विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। पार्टियों के समीकरण तय नहीं होने से तिरहुत में ऊहापोह की स्थिति है।

प्रमंडल के जिलों में दूसरे और तीसरे चरण में चुनाव होंगे। तीन और सात नवंबर को होनेवाले चुनाव के लिए अधिसूचना क्रमश: नौ व 13 नवंबर को जारी होगी। वैशाली जिले को छोड़ प्रमंडल के पांच जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी और पश्चिम चंपारण की 41 सीटों पर इन चरणों में मतदान होंगे।

मगर, चुनाव मैदान के दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों का तालमेल नहीं होने से स्थिति अभी तक धुंधली है। एनडीए के घटक दलों में सीट को लेकर रस्साकशी चल रही। लोजपा और रालोसपा के रुख से वेट एंड वाच वाली स्थिति उन नेताओं में है जो चुनाव लडऩे का मन बना चुके हैं।

महागठबंधन की स्थिति भी मिला-जुलाकर यही है। स्थानीय नेता तय नहीं कर पा रहे कि वे जनता के सामने खुद को किस रूप में पेश करें। अगर, सीट उनके दल के खाते में नहीं आई तो पाला भी बदलना पड़ सकता है। स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी उतरना पड़े तो उसके लिये समय की जरूरत होगी। मगर, इस बार अपेक्षाकृत कम समय है। कोरोना के कारण चुनाव प्रचार की गति धीमी ही रहेगी। तिथि घोषणा के बाद अब तक थोड़े निश्चिंत रहनेवाले नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है। 

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