Jodhpur Municipal Corporation Election 2020: नगर निगम चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ेंगे कांग्रेस और भाजपा का खेल

Jodhpur Municipal Corporation Election 2020 जोधपुर के उत्तर और दक्षिण नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा की बागियों ने हवा खराब कर रखी हैं। दोनों पार्टियों के तकरीबन 100 से अधिक मजबूत दावेदार जो बागी हुए हैं चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 06:57 PM (IST)
Jodhpur Municipal Corporation Election 2020: नगर निगम चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ेंगे कांग्रेस और भाजपा का खेल
राजस्थान नगर निगम चुनाव में बागी प्रत्याशी कांग्रेस और भाजपा खेल बिगाड़ेंगे।

जोधपुर, रंजन दवे। Jodhpur Municipal Corporation Election 2020: राजस्थान में जोधपुर के उत्तर और दक्षिण नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा की बागियों ने हवा खराब कर रखी हैं। दोनों पार्टियों के तकरीबन 100 से अधिक मजबूत दावेदार जो बागी हुए हैं, चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। इससे दोनों पार्टियों के नेताओं की मुश्किलें जरूर बढ़ी हैं। हालांकि भाजपा-कांग्रेस के नेता अपने-अपने जीत का दावा कर रही है। जोधपुर के उत्तर और दक्षिण नगर निगम के लिए 29 अक्टूबर और एक नवंबर को होने वाले मतदान और तीन नवंबर को होने वाली मतगणना और परिणाम से पहले गुरुवार को नाम वापसी के अंतिम दिन शहर की सरकार बनने के लिए चुनावी तस्वीर एक बार तो स्पष्ट हो गई है। अब कांग्रेस और भाजपा के साथ बागियों की फौज के साथ निर्दलीय चुनावी मैदान मे उतरे अधिकृत उम्मीदवार ही रह गए हैं।

जोधपुर नगर निगम आम चुनाव की तस्वीर साफ हो रही है। नाम वापसी के बाद अब तक नहीं माने बागी दावेदार को दोनों ही पार्टियां अनुशासनात्मक कार्रवाई का बोल बाहर का रास्ता दिखा रही हैं। वही, 131 उम्मीदवारों ने मान मनुहार, दबाव और आगे के लिए लालच के बाद अपने नाम चुनावी समर से वापस ले लिया है। इसी के साथ जोधपुर के उत्तर और पश्चिम निगम की चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। ऐसे में दोनों नगर निगम के कुल 160 में से वार्ड में से मात्र 29 वार्ड में कांग्रेस ओर भाजपा का सीधा और 48 में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।

दोनों ही पार्टियों में अंतर्कलह

भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर बागियों को मनाने का कारण तथा इसके लिए साम-दाम-दंड-भेद सभी तरह के प्रयास किए गए, लेकिन फिर भी पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी कुछ इस कदर हावी दिखी की भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्र स्तर के नेतृत्व में उन्हें मनाने में असफल रहे। कांग्रेस में संगठन ने को बागियो को बैठने का जिम्मा दिया था, उनसे बात करने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाए जबकि भाजपा में भी बहुत कम ही ऐसी स्थिति देखने को मिली। दोनों ही दल के नेता करीब केवल मात्र 25 बागियों को ही चुनाव मैदान से बैठाने में सफल रहे। अब दोनों ही दलों के 100 से ज्यादा मजबूत बागी मैदान है।

83 सीटों पर निर्दलीय बिगाड़ेंगे वोटों का गणित

जोधपुर के दोनों निगम के 160 वार्डों में चुनाव में कुल 608 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। इनमें से 83 सीटों पर निर्दलीय कांग्रेस और भाजपा के लिए दोनों दलों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते है और ये वोटों का गणित जरूरत बिगड़ सकेंगे। चुनाव मैदान में अब 160 वार्डों में से सिर्फ 29 वार्ड ऐसे हैं, जहां सिर्फ दो-दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां पर भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने जा रहा है। 48 वार्ड में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। यहां पर भाजपा व कांग्रेस के अलावा तीसरे प्रत्याशी ने चुनौती दे रखी है। इनमें निर्दलीय व तीसरे दल के प्रत्याशी भी शामिल हैं। निगम उत्तर में 17 सीटों पर सीधा और 23 पर त्रिकोणीय मुकाबला है तो दक्षिण में 12 सीटों पर सीधा और 25 पर त्रिकोणीय मुकाबला है। उत्तर के वार्ड-68 में सर्वाधिक आठ और दक्षिण के वार्ड-5 में सात प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

chat bot
आपका साथी