Rajni Patil in Jammu Kashmir: कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह को दूर करने कश्मीर पहुंचीं रजनी पाटिल, पुलवामा और श्रीनगर में बैठकें कीं

पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति में जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल शनिवार को पांच दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचीं। उन्होंने सबसे पहले पुलवामा और श्रीनगर में बैठकें कीं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 09:24 PM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 09:24 PM (IST)
Rajni Patil in Jammu Kashmir: कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह को दूर करने कश्मीर पहुंचीं रजनी पाटिल, पुलवामा और श्रीनगर में बैठकें कीं
रजनी पाटिल ने कहा कि वह खुद को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार करें।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के बागी सुरों से जम्मू कश्मीर कांग्रेस में शुरू अंतर्कलह व गुटबाजी से निपटने के लिए कांग्रेस आलाकमान सक्रिय हो चुकी है। पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति में जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल शनिवार को पांच दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचीं। उन्होंने सबसे पहले पुलवामा और श्रीनगर में बैठकें कीं। इस दौरान उन्हाेंने केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार को लताड़ते हुए कहा कि पांच अगस्त, 2019 को जो सब्जबाग दिखाए थे, वह पूरी तरह सूखे में बदल चुके हैं। जम्मू कश्मीर में बेरोजगारी, असुरक्षा, असमंजस का ही वातावरण नजर आता है। विकास ढूंढे नजर नहीं आता।

उल्लेखनीय है कि फरवरी के अंत में गुलाम नबी आजाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, मनीश तिवारी, राजबब्बर और कपिल सिब्बल ने जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए बिना नाम लिए गांधी परिवार और उसके कुछ करीबियों को कांग्रेस की मौजूदा दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया था। आजाद ने अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर सराहना भी की थी। उसके बाद से प्रदेश कांग्रेस में गुटबंदी तेज हो गई है।

प्रदेश कांग्रेस प्रमुखजीए मीर दो बार दिल्ल में कांग्रेस आलाकमान को हालात से अवगत कराने गए। हालात पर काबू पाने के लिए जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल को सक्रिय किया गया है। पाटिल ने आज पुलवामा और श्रीनगर में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठकों को संबोधित किया। उन्होंने कई कार्यकर्ताआें के साथ निजी तौर पर बातचीत की और कांग्रेस को मजबूत बनाने पर उनकी राय ली। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर समेत सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।

रजनी पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि वह खुद को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार करें। केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों से निपटने के लिए हमें मिलकर लड़ना है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक संस्थाओं को दबाया जा रहा है, बेरोजगारी लगातार बड़ रही है। पूरे मुल्क में लगभग यही स्थिति है। महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। लोग भाजपा की जनविरोधी नीतियों से तंग आ चुके हैं। झूठे प्रचार के सहारे या अपने विरोधियों को दबाकर असलियत काे ज्यदा देर तक नहीं छिपा सकती।

वहीं कांग्रेस नेता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पांच अगस्त, 2019 को जो वादे किए गए थे, वह पूरी तरह धाराशायी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर कांग्रेस का स्टैंड स्पष्ट है। जम्मू कश्मीर के संदर्भ में हम केंद्र सरकार के किसी भी असंवैधानिक कदम का समर्थन नहीं करते। उन्होंने कहा कि सिर्फ जम्मू कश्मीर में ही नहींं बल्कि पूरे मुल्क में लोगों की उम्मीदें अब कांग्रेस पर ही टिकी हैं। इसलिए हमें लाेगों की आवाज बनकर आगे बढ़ना है।

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