Rajasthan: अशोक गहलोत व सचिन पायलट की खींचतान के कारण अटकीं नियुक्तियां, बिना टीम के काम कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
Govind Singh Dotasara राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी संग्राम के चलते 100 दिन से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बिना अपनी टीम के काम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Govind Singh Dotasara: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी संग्राम के चलते 100 दिन से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बिना अपनी टीम के काम कर रहे हैं। डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बने हुए 100 दिन पूरे हो गए हैं। इन 100 दिनों के दौरान डोटासरा पूरे प्रदेश कांग्रेस संगठन में अकेले ही एकमात्र पदाधिकारी रहे हैं। इस अवधि में ब्लॉक से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी में एक भी पदाधिकारी की नियुक्ति नहीं हो पाई है। अग्रिम संगठनों की कार्यकारिणी भी भंग है। गहलोत और पायलट के बीच जुलाई माह में चली सियासी जंग में गत 14 जुलाई को पायलट को अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों पदों से हटा दिया गया था। उनकी जगह शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। उस समय उपजे राजनीतिक हालात के चलते प्रदेश कांग्रेस संगठन की टॉप-टू-बॉटम सभी इकाइयों को तत्काल भंग कर दिया गया था। उसके बाद से डोटासरा ही एकमात्र पदाधिकारी हैं । वे अकेले ही पार्टी संगठन के कामकाज को चला रहे हैं।
इस दौरान पंचायत चुनाव संपन्न हो गए और नगर निगम चुनाव चल रहे हैं। इन चुनावों में भी कांग्रेस बिना संगठन पदाधिकारियों के मैदान में उतरी है। वहीं, इस अवधि में कांग्रेस ने कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की। जयपुर में किसान सम्मेलन भी करवाया, लेकिन पदाधिकारियों के अभाव में प्रदेशभर में पुराने पदाधिकारियों और पार्टी के विधायकों को मौखिक तौर पर जिम्मेदारियां देकर संगठन का काम चलाया जा रहा है। संगठन में पदाधिकारियों की नियुक्ति फीडबैक कार्यक्रम के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेट के दखल से होगी, लेकिन अभी तक पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन जयपुर और अजमेर संभाग की ही फीडबैक बैठकें ले पाये हैं। पांच संभागों में जिलेवार फीडबैक कार्य अभी बाकी है। ऐसे आगामी समय में संगठन में जल्द ही नियुक्तियों के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।