राजस्थान का सियासी संकट भाजपा के लिए सबक, खरीद-फरोख्त की राजनीति रही नाकाम : अधीर

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर चौधरी ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के राजनीतिक संकट के समाधान से भाजपा की खरीद-फरोख्त की राजनीति को गहरा झटका लगा है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 05:36 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 05:36 PM (IST)
राजस्थान का सियासी संकट भाजपा के लिए सबक, खरीद-फरोख्त की राजनीति रही नाकाम : अधीर
राजस्थान का सियासी संकट भाजपा के लिए सबक, खरीद-फरोख्त की राजनीति रही नाकाम : अधीर

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर चौधरी ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के राजनीतिक संकट के समाधान से भाजपा की खरीद-फरोख्त की राजनीति को गहरा झटका लगा है। सचिन पायलट जैसे युवा नेताओं को पार्टी का भविष्य बताते हुए चौधरी ने भाजपा को अपने ही खेल में हरा देने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजनीतिक कौशल की सराहना की। 

उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रकरण ने इस मिथक को तोड़ दिया है कि भाजपा और उसके हथकंडों को नहीं पराजित किया जा सकता है। खरीद-फरोख्त की भाजपा की राजनीति नाकाम हो गई है। चौधरी ने कहा कि यह देखना आनंददायक था कि भाजपा इस डर से अपने ही विधायकों को दूसरे राज्यों में भेज रही थी कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को उनके ही खेल में हराया जा सकता है और राजस्थान इसका एक उदाहरण है। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य ने कहा कि अशोक गहलोत के राजनीतिक कौशल ने भाजपा को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया।

हम संकट को सौहार्दपूर्वक हल कर सकते हैं

मैं बहुत खुश हूं कि सचिन पायलट राजस्थान लौट गए हैं। घटनाक्रम साबित करता है कि हम किसी भी संकट को सौहार्दपूर्वक हल कर सकते हैं। सचिन पायलट जैसे नेता हमारी पार्टी के भविष्य हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या राजस्थान के राजनीतिक गतिरोध के समाधान से पार्टी में राहुल गांधी का कद ऐसे नेता के रूप में बढ़ा है, जो संकटों का हल कर सकते हैं। 

नेतृत्व कौशल साबित करने की जरूरत नहीं 

चौधरी ने कहा कि वह 2018 में कर्नाटक में सरकार के गठन के दौरान ही अपनी क्षमताओं को साबित कर चुके हैं। चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी को अपने नेतृत्व कौशल को साबित करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने 2018 में कर्नाटक सरकार के गठन के दौरान यह साबित कर दिया जब उन्होंने भाजपा के मुंह से जीत छीन ली। कुछ लोगों के विश्वासघात के कारण हमने 2019 में भाजपा के हाथों सत्ता खो दी।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी राजस्थान संकट के हल में अहम भूमिका निभाई।

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