रेल यात्रियों को उन्नत सेवा देने पर जोर

-जेडआरयूसीसी की बैठक में कई प्रस्तावों पर चर्चा -यात्री सुविधाओं के विकास पर 1319 करोड़ का निवेश

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 07:30 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 07:30 PM (IST)
रेल यात्रियों को उन्नत सेवा देने पर जोर
रेल यात्रियों को उन्नत सेवा देने पर जोर

-जेडआरयूसीसी की बैठक में कई प्रस्तावों पर चर्चा

-यात्री सुविधाओं के विकास पर 1319 करोड़ का निवेश

-253 परियोजनाओं पर काम जोर-शोर से जारी

जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी: मंगलवार को मालीगाव नामबाड़ी ऑफिसर्स क्लब में जेडआरयूसीसी (जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी) की 94वीं बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रेलवे से संबंधित सभी क्षेत्रों की सेवाओं में और सुधार लाने के लिए रेलवे उपभोक्ताओं तथा समाज के विभिन्न वगरें के प्रतिनिधियों के साथ सीधी चर्चा करनी थी।

कमिटी में पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों के सासद, विधायक, परिवहन विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारी, पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों से अलग-अलग यात्री संघ, व्यवसायिक संघ, चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिगण तथा विशेष इच्छुक समूह इत्यादि शामिल हैं।

पूसी. रेल के महाप्रबंधक संजीव राय ने कमिटी के सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए रेलवे के संबंधित सभी क्षेत्रों की सेवाओं पर अपने मूल्यवान सुझाव देने के लिए आगे आने को कहा। उन्होंने उनके मूल्यवान सुझावों पर रेलवे प्राधिकारियों द्वारा यथावत महत्व देने की सुनिश्चितता दी। उन्होंने क्षेत्र में सेवाओं के सुधार के लिए उठाए गए कदमों तथा क्षेत्र में रेलवे की बुनियादी ढाचों के विकास के लिए अंगीकृत विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं को भी बैठक में चिन्हित किया। महा प्रबंधक ने सदस्यों को जानकारी देते हुए कहा कि 1319.39 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर यात्री सुविधाओं के विकास से संबंधित वर्तमान में 253 अदद कार्य प्रगति पर है। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर चलयमान सीढि़या, लिफ्ट, वाईफाई, डिजिटल म्यूजियम इत्यादि के प्रावधान किए जा रहे हैं। पूसी रेल के सभी मनोनित स्टेशनों पर 100 प्रतिशत एलईडी बल्ब एवं दिव्याग शौचालय की सुविधाएं प्रदान की गई है। स्वच्छता में सुधार लाने के लिए वर्तमान में 371 स्टेशनों की सफाई यात्रिक सफाई विधि द्वारा स्वच्छ किया जा रहा है। समग्र सुधार पहले से ही एनएफआर के 22 स्टेशनों को आईएसओ 140001-2015 प्रमाणन प्राप्त हुआ ।

महाप्रबंधक ने यह भी जानकारी दी कि वर्तमान वित्त वर्ष में 5 नई ट्रेनों की शुरुआत की जा चुकी है, 23 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई एवं 10 ट्रेनों की आईसीएफ कोचों को आधुनिक एलएचबी कोचों द्वारा प्रतिस्थापित किया जा चुका है। महाप्रबंधक ने बताया कि क्षमता वृद्धि के लिए गुवाहाटी से आगे दोहरी लाइन का कार्य जारी है। इस परियोजना के सम्पूर्ण होने पर और भी ज्यादा ट्रेन सेवाओं को चालू किया जाना संभव होगा। कमिटी के सभी सदस्यों का रेलवे के उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ चर्चा का काफी लाभदायक सत्र रहा। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने सदस्यों द्वारा दिए गए सभी सुझावों तथा माग को ध्यानपूर्वक सुन कर उन्हें सूचीबद्ध किया। उन्होंने ने विभिन्न क्षेत्रों के सदस्यों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर भी दिया।

बैठक का आयोजन करने तथा इस क्षेत्र के रेल उपभोक्ताओं से संबंधित विभिन्न समस्यों को सुनने के लिए सदस्यों ने पूसी. रेल के अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

यह उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल के पास डीआरयूसीसी (डिविजनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी) तथा जेडआरयूसीसी (जोनल रेलवे यूर्जस कंसल्टेटिव कमिटी) जैसी कारगार प्रणाली है, जो यात्री सुविधाओं, स्वच्छता, कैटरिंग, समय पाबंद इत्यादि जैसी विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श करने तथा अपने विचारों के आदान-प्रदान करने के लए नियमित रूप से बैठक करती है।

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