जालंधर में पावरकाम के टेक्निकल कर्मियों की हड़ताल जारी, मैनेजमेंट को रोज हो रहा 50 करोड़ का नुकसान
क्लेरिकल स्टाफ की हड़ताल के कारण एक तरफ जहां लोगों को अपने बिल जमा करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ पावरकाम मैनेजमेंट को भी रोजाना करोड़ो का नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद पावरकाम मैनेजमेंट कर्मचारियों की हड़ताल को गंभीरता से नहीं ले रहा।
जागरण संवाददाता, जालंधर । अपने लंबित मांगों को लेकर पावरकम के टेक्निकल क्लेरिकल स्टाफ के सदस्यों की हड़ताल शनिवार को भी जारी है। क्लेरिकल स्टाफ के सभी सदस्य सामूहिक छुट्टी लेकर पावरकाम मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने में जुटे हुए हैं। सभी सदस्य 26 नवंबर तक सामूहिक छुट्टी लेकर रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके पावरकाम मैनेजमेंट ने अभी तक समस्याओं का हल नहीं निकाला है। पावरकम की पांच डिवीजन में से चार डिवीजन के कैश काउंटर बंद होने के कारण लोगों के बिल जमा नहीं हो रहे हैं। बिल जमा नहीं होने की वजह से उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं क्लेरिकल स्टाफ के हड़ताल के कारण पावरकम मैनेजमेंट को रोजाना 50 करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है। इस संबंध में ज्वाइंट कमिटी के प्रेस सचिव व जालंधर सर्कल के प्रधान बलविंदर सिंह राणा ने बताया है कि 26 नवंबर तक पावरकाम के सभी टेक्निकल सदस्य सामूहिक छुट्टी लेकर हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि क्लेरिकल कर्मियों की हड़ताल के कारण रोजाना पावरकाम मैनेजमेंट को करोड़ों रुपये का वित्तीय नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद मैनेजमेंट स्टाफ की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने पावरकाम मैनेजमेंट से अपील करते हुए कहा कि कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
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