Rajasthan Political Crisis: ओम प्रकाश माथुर बोले, 14 अगस्त को सामने आ जाएगी गहलोत सरकार की सच्चाई
Rajasthan Political Crisis ओम प्रकाश माथुर का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार की सच्चाई 14 अगस्त को सामने आ जाएगी।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में चल रहे सरकार के सियासी संकट के बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार की सच्चाई 14 अगस्त को सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें सचिन पायलट या किसी और संपर्क करने की जरूरत नहीं है। हम अपनी विपक्ष की भूमिका जिम्मेदारी से निभा रहे है। राजस्थान में अपने गृहनगर पाली के दौरे पर आए ओमप्रकाश माथुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का काम सिर्फ भाजपा को बदनाम करना है। वे सुबह उठते ही सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर भाजपा पर आरोप लगाते हैं।
माथुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने खुद के झगड़ों से उबर नहीं पा रही है और आरोप भाजपा पर लगा रही है। सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच विवाद शपथ ग्रहण समारोह से ही नजर आने लग गया था। उसका असर अब साफ तौर पर नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने सरकार को नहीं संभाल पा रहे हैं। ऐसे में सचिन पायलट नाराज होकर उनकी सरकार के विधायकों को साथ ले गए हैं। अब अशोक गहलोत को डर है कि उनके साथ जो विधायक हैं, वे भी ना टूट जाएं, इसलिए पिछले 25 दिनों से उन्हें होटल में इधर से उधर बंद कर रखा है। अगर मुख्यमंत्री के पास पूर्ण बहुमत के विधायक होते तो राजभवन के आगे वह इस तरह का माहौल खड़ा नहीं करते। उन्होंने कहा है कि इस सरकार की सच्चाई 14 अगस्त को सामने आ जाएगी।
भाजपा ने ट्विटर पर चलाया बाड़े में सरकार अभियान
इस बीच राजस्थान भाजपा ने सरकार को घेरने के लिए ट्विटर पर बाड़े में सरकार अभियान चला रखा है। यह अभियान दो दिन से ट्रेंड कर रहा है। इस पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पोस्ट डाली है। सियासी संकट के चलते होटलों में अपने विधायको को लेकर बैठी कांग्रेस को भाजपा बड़े मुद्दे के रूप में जनता के सामने ला रही है और इसी के तहत यह सोशल मीडिया पर यह अभियान शुरू किया गया है। प्रदेश भाजपा के नेताओं के अलावा पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों के काफी रोचक ट्वीट और मीम्स इस पर नजर आ रहे है। हालांकि वसुंधरा राजे की इस ट्विटर अभियान से दूरी पर बनी हुई है। उनके ट्विटर हैंडल से सरकार की बाड़ेबंदी के मामले में करीब दस दिन पहले एक टवीट जरूर आया था, लेकिन ताजा अभियान में सोमवार शाम तक उनका ट्वीट नजर नहीं आया।