मनीमाजरा में खुला नॉर्थ इंडिया का पहला समता न्याय केंद्र

ट्रांसजेंडर के साथ होने वाले भेदभाव और दु‌र्व्यवहार को रोकने के लिए ट्रांसजेंडर अधिकार संरक्षण कानून -2019 को बने तीन साल हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 06:07 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 06:07 AM (IST)
मनीमाजरा में खुला नॉर्थ इंडिया का पहला समता न्याय केंद्र
मनीमाजरा में खुला नॉर्थ इंडिया का पहला समता न्याय केंद्र

विकास शर्मा, चंडीगढ़

ट्रांसजेंडर के साथ होने वाले भेदभाव और दु‌र्व्यवहार को रोकने के लिए ट्रांसजेंडर अधिकार संरक्षण कानून -2019 को बने तीन साल हो गए हैं। बावजूद ट्रांसजेंडर्स के साथ शारीरिक हिसा, यौन हिसा और उनके मौलिक अधिकारों का हनन हर रोज होता है। ऐसे में ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों की रक्षा के लिए और उन्हें जागरूक करने के लिए रविवार को मनीमाजरा की इंदिरा कॉलोनी में नॉर्थ इंडिया का पहला समता न्याय केंद्र खोला गया। समता न्याय केंद्र ट्रांसजेंडर्स को हर तरह की कानूनी सहायता दी जाएगी। ट्रांसजेंडर्स की दिक्कतें होंगी कम

सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के जज जसवंत सिंह ने कहा कि केंद्र खोलने के पीछे हमारा मकसद यही है कि ट्रांसजेंडर्स की दिक्कतें कम हों। उन्हें मौखिक, मानसिक और आर्थिक तौर पर किसी तरह की कोई भी परेशानी न हो। सरकार की बनाई गई योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके। इस सेंटर पर बुधवार और शनिवार को बकायदा दो वकील मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए दो टोल फ्री नंबर भी हैं, इनमें पहला 1516 और दूसरा 8427566990 है।

ट्रांसजेंडर्स को जागरूक करना प्राथमिकता

इस प्रोजेक्ट को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी के सहयोग से एनजीओ एसोसिएशन ऑफ सोशल व‌र्क्स एंड डेवलपमेंट प्रैक्टिशनर चलाएगा। एनजीओ के चेयरमैन सुमित अरोड़ा व प्रोजेक्ट डायरेक्टर रेखा द्धिवेदी ने बताया कि शहर में मौजूदा समय में 150 से ज्यादा ट्रांसजेंडर्स हैं। इनमें ज्यादातर पढ़ेलिखे नहीं हैं। ऐसे में हमारा काम इन ट्रांसजेंडर्स को इनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। दो ट्रांसजेंडर्स को पैरा लीगल वालंटियर के तौर पर रखा जाएगा, जोकि हर समय इस सेंटर पर मौजूद रहेंगे।

कोट्स -

जन्म देने वाले मां-बाप ही हमारे दुश्मन हो जाते हैं, हमें न तो कोई किराए पर मकान देता है और न ही कोई नौकरी। समाज का यह व्यवहार हमें मानसिक तौर पर काफी पीड़ा देता है।

प्रदीप कुमार, ट्रांसजेंडर मैं पंजाब यूनिवर्सिटी से फैशन डिजाइनिग कर रही हूं। ट्रांसजेंडर होने की वजह से सालों परिवार से दूर रही। सालों बाद परिवार वाले मुझे समझ पाए और अब मैं अपने परिवार के साथ रहती हूं।

प्रीत, ट्रांसजेंडर ट्रांसजेंडर के प्रति लोगों का रवैया बेहद खराब रहता है। लोगों के दिलों में कई तरह की गलत अवधारणाएं हैं। सरकार को चाहिए कि वह स्कूल स्तर पर लोगों को जानकारी दे। ट्रांसजेंडर के परिवारवालों की काउंसिलिग करे। समाज की सोच बदलेगी, तभी हमें सम्मान मिलेगा।

अमन, ट्रांसजेंडर

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