Haryana: वर्कशॉप के अंदर मौजूद तेंदुए को लोग समझते रहे बंदर, सच्चाई सामने आते ही मचा हड़कंप
सूचना पर पुलिस के साथ वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर हैं और तेंदुए को काबू करने में जुट गए हैं। वर्कशॉप के बाहर आमजन की भीड़ जुटी हुई है।
फरीदाबाद [प्रवीण कौशिक]। सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र की नानक सरपंच कॉलोनी स्थित वैष्णो मैकेनिकल वक्र्स में शुक्रवार सुबह तेंदुआ घुसने से अफरा-तफरी मच गई। यहां न केवल वर्कशॉप हैं, बल्कि रिहायशी इलाका भी काफी है, जहां हजारों लोग रहते हैं। इसलिए तेंदुआ की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। हालांकि सबसे पहले तेंदुए को एक ग्रामीण होशियार सिंह ने सरसरी नजर से नीम के पेड़ पर बैठे देख लिया गया था, पर उसने सोचा शायद बंदर या बिल्ली होगी। जब सुबह 9 बजे एक बुजुर्ग महिला खैमकौर सैनी अपने पोते सेंडी और पाेती पलक संग प्लॉट में भूसा लेने गई तो वहां तेंदुआ आराम कर रहा था। सेंडी ने शेर-शेर का शोर मचा दिया।
शुक्र रहा कि तेंदुआ ने बच्चों पर हमला नहीं किया। तेंदुआ सीधा 10 फुट ऊंची दीवार को फांदकर बराबर वाली वैष्णो मैकेनिकल वर्कशॉप में घुस गया। उस समय वर्कशाप बंद थी पर उसके मुख्य द्वार के गेट के ऊपर करीब दो से ढाई फुट निकलने की जगह थी। यहीं से तेंदुआ अंदर घुसा था।
सूचना मिलने पर पुलिस व वन्य प्राणी विभाग की टीमें पहुंच गई। दोपहर बाद करीब ढाई बजे गुरुग्राम से वन्य प्राणी विभाग की टीम पर्याप्त संसाधन के साथ आई। इसके बाद वर्कशाप के अंदर तेंदुए को ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश करने वाला इंजेक्शन मारा गया। साढ़े चार बजे बेहोश तेंदुआ बाहर लाया गया।
वन्य प्राणी जीव उपनिरीक्षक चरण सिंह के अनुसार तेंदुए की उम्र करीब आठ साल और वजन 75 किलोग्राम होगा। तेंदुआ अनुमान लगाया जा रहा है कि पाली के जंगलों में से भोजन की तलाश में आया होगा। सरूरपुर से जंगल की दूरी करीब दो किलोमीटर है। अब तेंदुए को दोबारा अरावली या यमुनानगर के पहाड़ में छोड़ा जाएगा। मौके पर भीड़ को काबू करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोग अपने घरों की छतों से तेंदुए की एक झलक के लिए घंटों बेसब्री से इंतजार करते हुए दिखाई दिए।
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