तीन साल में पूरा होगा दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्यः नितिन गडकरी

दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण अगले 3 साल के भीतर हर हाल में पूरा हो जाएगा। यह कहना है केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 04:17 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 10:22 PM (IST)
तीन साल में पूरा होगा दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्यः नितिन गडकरी
तीन साल में पूरा होगा दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्यः नितिन गडकरी

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण हर हाल में तीन साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए जितने भी पैकेज हैं उनके अवार्ड (काम का आवंटन) इस साल जारी कर दिए जाएंगे। इस दिशा में कार्यवाही तेजी से शुरू कर दी गई है। इस हाईवे को आने वाले समय में इलेक्टि्रक हाईवे में कनवर्ट करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

यह जानकारी आइएमटी मानेसर के होटल हेरिटेज में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की दो दिवसीय मैराथन बैठक संपन्न होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि यह गुरुग्राम में सोहना से शुरू होगा।

हरियाणा के अलावा राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश से होते हुए महाराष्ट्र के पिछड़े इलाकों से होकर गुजरेगा। इससे 16 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। यही नहीं दिल्ली से मुंबई जाने में 12 घंटे की बचत होगी। दोनों तरफ लॉजिस्टिक हब, स्मार्ट सिटी, एजुकेशन सिटी विकसित कराने के ऊपर जोर दिया जाएगा। इससे पिछड़े इलाकों का तेजी से विकास होगा। प्रोजेक्ट में कुल 51 पैकेज हैं। इनमें से 18 पैकेज का अवार्ड हो चुका है। 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे।

730 परियोजनाओं पर हुई चर्चा

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दो दिवसीय बैठक के दौरान भारत माता प्रोजेक्ट, अमृतसर-भटिठा-जामनगर प्रोजेक्ट, दिल्ली-अमृतसर-कटरा, कैलाश मानसरोवर प्रोजेक्ट सहित 730 परियोजनाओं के ऊपर गहनता से चर्चा की गई। अधिकतर प्रोजेक्ट के ऊपर तेजी से काम किए जा रहे हैं। जहां कहीं भी प्रोजेक्ट को पूरा करने में दिक्कत आ रही हैं, उनके बारे में सुझाव दिए गए। दिल्ली व आसपास ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के ऊपर काम किए जा रहे हैं।

वेब पोर्टल 'गति' से तेज होंगे विकास कार्य

एनएचएआइ की वेब पोर्टल गति के बारे में कहा कि इससे विकास कार्य तेज होंगे। भ्रष्टाचार के ऊपर नियंत्रण लगेगा। कार्यों में यदि कहीं दिक्कत आ रही है तो इस बारे में पोर्टल पर जानकारी डाली जाएगी। यही नहीं इसके माध्यम से अधिकारियों के कार्यों की ऑडिट भी होगी। तीन महीने के दौरान इसकी समीक्षा की जाएगी। बेहतर करने वाले अधिकारियों को सम्मान व नाकाम अधिकारियों को अलविदा की नीति पर काम चल रहा है। प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन राज्यमंत्री जनरल वीके ¨सह, केंद्रीय परिवहन सचिव संजीव रंजन एवं एनएचएआइ के चेयरमैन सुखबीर सिंह संधू भी उपस्थित थे।

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