पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा- अब समाजसेवा का समय

रैना गत दिनों उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात के दौरान प्रदेश में दस क्रिकेट अकादमी खोलने की अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। उपराज्यपाल भी उन्हें पूरा भरोसा दिया था। वर्तमान में पूर्व क्रिकेटर रैना प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाकर युवाओं से मिल रहे हैं और उनका उत्साह बढ़ा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 08:38 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:16 AM (IST)
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा- अब समाजसेवा का समय
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा- अब समाजसेवा का समय

जेएनएन, रामगढ़/कटड़ा : भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी रहे सुरेश रैना अब समाज सेवा की राह पर बढ़कर जम्मू कश्मीर के युवाओं का भविष्य संवारना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि राज्य के युवा खेलों में भी अपने सपने बुनें। राज्य के युवाओं का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमके। रैना गत दिनों उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात के दौरान प्रदेश में दस क्रिकेट अकादमी खोलने की अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। उपराज्यपाल भी उन्हें पूरा भरोसा दिया था। वर्तमान में पूर्व क्रिकेटर रैना प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाकर युवाओं से मिल रहे हैं और उनका उत्साह बढ़ा रहे हैं।

शनिवार को वह सांबा और रियासी जिले के कटड़ा में थे। कटड़ा में माता के भवन पर वह शुक्रवार को ही पहुंच गए थे। शनिवार को उन्होंने माता वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई। उसके बाद बाबा भैरवनाथ के दर्शन किए। उन्होंने सुबह मा वैष्णो देवी की दिव्य आरती में भी हिस्सा लिया। सुबह 11 बजे आधार शिविर कटड़ा लौटकर उन्होंने प्रशसकों से बातचीत की और फिर जम्मू चले गए। इसके बाद वह सांबा जिले के रामगढ़ में स्थित रैना बिरादरी की कुलदेवी के दर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि अब वह समाजसेवा में अपना जीवन व्यतीत करना चाहते हैं। प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा को निखारना चाहते है। इसीलिए वह जम्मू और कश्मीर में संभाग में पांच-पांच क्रिकेट अकादमी खोलना चाहते हैं।

रैना ने कहा कि सपने में वह अक्सर कुलदेवी के मंदिर को देखा करते थे। आज वह सपना हकीकत में बदल गया। उन्होंने कुलदेवी मंदिर प्रबंधक कमेटी सदस्यों से रीति-रिवाजों की जानकारी ली। यहां करीब एक घंटा रहे। उन्होंने अकेले ही कुलदेवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह मंदिर रामगढ़ के वार्ड नंबर 12 रजवाल में है। रैना ने कहा कि उनके परिवार के बुजुर्ग व बिरादरी के सदस्य इस कुलदेवी मंदिर में दर्शन को आते रहे हैं, लेकिन उन्हें कभी मौका नहीं मिला था। सेल्फी लेने की रही होड़

रामगढ़ में रैना के साथ सेल्फी व ऑटोग्राफ लेने के लिए उनके प्रशंसकों का हुजूम उमड़ पड़ा। पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को अपने बीच पाकर स्थानीय लोग भी खुश हुए। रैना ने किसी को निराश नहीं किया। उन्होंने इस स्वागत का शुक्रिया किया। उन्होंने युवाओं के साथ सेल्फी ली। बच्चों को बल्ले पर आटोग्राफ देकर प्यार जताया।

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