एफएमटी विभागाध्यक्ष डॉ. तुलसी महतो को मिलेगी फारेंसिक मेडिसिन में फेलोशिप

रांची रिम्स के पूर्व निदेशक सह वर्तमान में फारेंसिक मेडिसिन एंड टाक्सिकोलॉजी (एफ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Jan 2020 01:31 AM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 01:31 AM (IST)
एफएमटी विभागाध्यक्ष डॉ. तुलसी महतो को मिलेगी फारेंसिक मेडिसिन में फेलोशिप
एफएमटी विभागाध्यक्ष डॉ. तुलसी महतो को मिलेगी फारेंसिक मेडिसिन में फेलोशिप

राज्य ब्यूरो, रांची : रिम्स के पूर्व निदेशक सह वर्तमान में फारेंसिक मेडिसिन एंड टाक्सिकोलॉजी (एफएमटी) के विभागाध्यक्ष डॉ. तुलसी महतो को इंडियन एकेडमी ऑफ फारेंसिक मेडिसिन (आइएएफएम) फेलोशिप मिलेगी। यह सम्मान प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर किसी एक ही विशेषज्ञ को मिलता है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के इस सम्मान के लिए आइएएफएम की कार्यकारिणी समिति ने डॉ. तुलसी महतो का चयन किया है। इससे संबंधित पत्र भी डॉ. महतो को भेजा गया है। पत्र में जानकारी दी गई है कि यह सम्मान 30 जनवरी को तेलंगाना के अपोलो मेडिकल कॉलेज हैदराबाद में दिया जाएगा।

आइएएफएम के महासचिव डॉ. मुकेश यादव ने डॉ. महतो को भेजे गए पत्र में बताया है कि देश में मेडिको लीगल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें यह सम्मान देने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर अपोलो मेडिकल कॉलेज हैदराबाद में आइएएफएम पर तीन दिवसीय 41वां वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन होगा। यह सम्मेलन 30 जनवरी से एक फरवरी तक चलेगा। इसी दौरान इन्हें सम्मानित किया जाएगा। एचईसी पारस अस्पताल में शुरू हुई लैप्रोस्कोपिक सर्जरी

जागरण संवाददाता, रांची : एचईसी पारस अस्पताल में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग की शुरुआत की गई। इसके तहत सबसे पहले महिला की बच्चेदानी निकालने की सफल सर्जरी की गई। सर्जरी के तीसरे दिन महिला को अस्पताल से छुंट्टी दे दी गई। इस विधि से यहा गॉल स्टोन, अपेंडिक्स, हर्निया के अलावा बच्चेदानी, ओवेरियन (अंडाशय) के सिस्ट तथा गर्भाशय की मासपेशी में वृद्धि का भी ऑपरेशन किया जाता है।

हॉस्पिटल के यूनिट हेड डॉक्टर नीतेश कुमार ने बताया कि आजकल कई सर्जरी जो पहले बड़ी थी अब बेहद आसान हो गई है। इससे मरीजों को भी काफी आराम हो गया है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से खून की बर्बादी भी नहीं होती है। इसके अलावा ऑपरेशन के लिए केवल एक छोटा चीरा लगाना होता है।

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