Bodh Gaya Election 2020 : बोधगया में सीधा मुकाबला वोटों का समीकरण बिगाड़ सकते हैं निर्दलीय
Bodh Gaya Election News 2020 बोधगया सुरक्षित सीट से इस बार 17 प्रत्याशी मैदान में हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला महागठबंधन और राजग के बीच ही होने के आसार हैं। इस विधानसभा सीट को 1967 में सुरक्षित घोषित कर दिया गया। फल्गू नदी का मुद्दा यहां उठता रहा है।
गया, विनय कुमार मिश्र। नए परिसिमन के बाद 2010 में गठित बोधगया विधानसभा सुरक्षित क्षेत्र में चुनावी मुकाबला दो दलों यथा राजद और भाजपा के बीच होता रहा है। पिछली बार राजद ने यहां बाजी मारी थी। इस बार भी राजद से कुमार सर्वजीत और भाजपा से हरि मांझी चुनाव मैदान
1957 से 1962 तक सामान्य रही बोधगया सीट: बोधगया विधानसभा क्षेत्र सन 1957 में अस्तित्व में आया और 1962 तक सामान्य सीट रहा। यहां से पहली बार शांति देवी व दूसरी बार कुलदीप महतो विजयी रहे। 1967 में यह सीट सुरक्षित घोषित हुआ। सुरक्षित होने के बाद पहली बार इस विधानसभा क्षेत्र से आर मांझी ने जीत हासिल की। उसके बाद वैसे तो कई विधायक दो-दो बार इस क्षेत्र से विजयी रहे।
लगातार दो बार किसी को नहीं मिला जीत का मौका: इतिहास को देखें तो पता चलता है कि इतने वर्षों में किसी एक व्यक्ति को बोधगया से लगातार दो बार विधायक बनने का रिकार्ड नहीं हैं। 1972 से 1990 तक बालिक राम और राजेश कुमार में सीधी टक्कर होती रही। एक बार बालिक राम तो दूसरी बार राजेश कुमार जीत दर्ज करते रहे। पिछली बार विधानसभा चुनाव 2015 में राजद के कुमार सर्वजीत विजयी हुए थे। बता दें कि एक बार ऐसा भी मौका आया, जब वर्ष 2005 में राजद से जीत दर्ज किए फूलचंद मांझी को विधानसभा का चौखट भी पार करने का मौका नहीं मिला।
बोधगया विधानसभा का इन्होंने किया प्रतिनिधित्व
1957- शांति देवी
1962- कुलदीप महतो
1967- आर मांझी
1969- काली राम
1972- बालिक राम
1977- राजेश कुमार
1980- बालिक राम
1985- राजेश कुमार
1990- बालिक राम
1995- मालती देवी
1998- उप चुनाव-जीएस रामचन्द्र दास
2000- जीतनराम मांझी
2005- फूलचंद मांझी
2005- हरि मांझी
2009- उप चुनाव- कुमार सर्वजीत
2010- श्यामदेव पासवान
2015- कुमार सर्वजीत
बोधगया विस की कुल आबादी- 6,31,716
कुल मतदाता- 3,11,173
पुरुष मतदाता- 1,60,175
महिला मतदाता- 1,50,997
थर्ड जेंडर- 01