अफगान पर कूटनीतिक सक्रियता बढ़ी, शांति वार्ता में अब्दुल्ला अचानक भारत पहुंचे, जयशंकर के साथ की लंबी वार्ता
अमेरिकी विदेश मंत्री की आगामी यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह 27 और 28 जुलाई को भारत में होंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी। 28 जुलाई को वह जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल से मिलेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में हालात किस करवट बैठेंगे यह अभी स्पष्ट नहीं, परंतु नई दिल्ली में अफगानिस्तान को लेकर कूटनीतिक सक्रियता काफी बढ़ गई है। अफगानिस्तान को लेकर दुनिया भर में चल रही शांति वार्ताओं में वहां की सरकार के प्रतिनिधि डाॅ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला शुक्रवार को अचानक नई दिल्ली पहुंचे और विदेश मंत्री एस जयशंकर से लंबी बातचीत की।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन अगले हफ्ते आएंगे, बुधवार को जयशंकर और डोभाल से होगी वार्ता
इस बातचीत को इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि अगले हफ्ते मंगलवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भारत पहुंच रहे हैं। 28 जुलाई को उनकी जयशंकर के साथ ही एनएसए अजीत डोभाल से बातचीत होनी है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद भारत व अमेरिकी विदेश मंत्रियों की यह पहली बैठक होगी।
तालिबान के अफगान में बढ़ते हमलों के चलते सेना प्रमुख की भारत यात्रा जल्द
जयशंकर और अब्दुल्ला के बीच बातचीत को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया गया है। परंतु, अब्दुल्ला की यात्रा के बाद जल्द ही अफगानिस्तान के सेना प्रमुख के भारत आने की सूचना है। तालिबान के अफगानिस्तान के विभिन्न इलाकों में बढ़ते हमले को देखते हुए सेना प्रमुख की इस यात्रा को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अफगानिस्तान भारत से युद्ध में घायल सैनिकों के उपचार में मदद मांग रहा
अफगानिस्तान ना सिर्फ भारत से अतिरिक्त सैन्य साजो समान की अपेक्षा रखता है बल्कि युद्ध में घायल होने वाले सैनिकों के उपचार में भी मदद मांग रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा, 27 और 28 जुलाई को भारत में होंगे
अमेरिकी विदेश मंत्री की आगामी यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह 27 और 28 जुलाई को भारत में होंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी। 28 जुलाई को वह जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल से मिलेंगे।
ब्लिंकन प्रधानमंत्री मोदी से भी करेंगे मुलाकात
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ब्लिंकन प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे। यहां से ब्लिंकन कुवैत जाएंगे।
ब्लिंकन की यात्रा से दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों में और आएगी मजबूती
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्लिंकन की यात्रा से दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों में और मजबूती आएगी। उनकी भारतीय मंत्रियों के साथ कोविड महामारी, हिंद प्रशांत क्षेत्र और अफगान मुद्दे समेत आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि ब्लिंकन की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच अफगानिस्तान के मुद्दे पर भावी सहयोग की ठोस रूप रेखा बन सकती है। अमेरिकी विदेश मंत्री की इस यात्रा के कुछ ही दिनों बाद अमेरिका के रक्षा मंत्री के भी भारत आने की संभावना है।