Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र, कहा-शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो जिम क्यों नहीं

Devendra Fadnavis देवेंद्र फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र में लिखा है कि जब आपने शराब की दुकानों को खुलने की अनुमति दी तो फिर जिम क्यों नहीं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 10:24 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 10:24 PM (IST)
Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र, कहा-शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो जिम क्यों नहीं
Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र, कहा-शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो जिम क्यों नहीं

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने वीरवार को सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर जिम फिर से खोलने का अनुरोध किया है। फडणवीस ने पत्र में लिखा है कि जब आपने शराब की दुकानों को खुलने की अनुमति दी तो फिर जिम क्यों नहीं। राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार करना जरूरी है, लेकिन ऐसे समय में हेल्थ ज्यादा महत्वपूर्ण है। इससे पहले फडणवीस ने कहा था कि राज्य को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर जांच की पूर्ण क्षमता का उपयोग करना चाहिए। भाजपा नेता फडणवीस ने बड़ी संख्या में एंटीजन जांच किए जाने का भी विरोध किया। उनका कहना है कि राज्‍य में कोरोना से बचाव की रणनीति वैज्ञानिक होनी चाहिए यह सिर्फ ‘आंकड़ों के प्रबंधन पर आधारित नहीं होनी चाहिए।’

पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट के जरिये बताया कि छह अगस्त को किए गए कुल 78,711 कोविड परीक्षणों में से, 50,421 एंटीजन टेस्ट (64 फीसद) थे और केवल 27,440 आरटी-पीसीआर (34 फीसद) द्वारा किए गए थे, जबकि 850 परीक्षण अन्य तरीकों का उपयोग करके किए गए थे। उन्होंने कहा कि एंटीजन परीक्षण की 65 प्रतिशत विफलता दर के कारण, आरटी-पीसीआर को परीक्षण के लिए सबसे उत्‍तम तरीका माना जाता है। महाराष्ट्र में 54,000 से अधिक आरटी-पीसीआर परीक्षण क्षमता है और हमें इसका पूर्ण उपयोग करना चाहिए।हमारी कोविड-19 की रोकथाम रणनीति को केवल डेटा प्रबंधन के बजाय अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। फडणवीस ने कहा कि मेरा निवेदन है कि इस रणनीति पर पुनर्विचार करना चाहिये। भाजपा नेता ने सिंधुदुर्ग जिले के कासल-पाडवे में एसएसपीएम मेडिकल कॉलेज और लाइफटाइम अस्पताल में कोविड-19 केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कि मुझे खुशी है कि अब कोंकण में आरटी-पीसीआर परीक्षण सुविधा उपलब्ध है।

वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने बांबे हाई कोर्ट से कहा था कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए पर्युषण पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं के लिए जैन मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं दी जा सकती। राज्य सरकार ने कहा कि जैन समुदाय के आग्रह पर 15 से 23 अगस्त तक मंदिर खोलने से वायरस के फैलने का गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। राज्य की वकील पूर्णिमा कंताहरिआ ने जस्टिस एसजे कथावाला और माधव जामदार की पीठ के सामने लिखित जवाब पेश किया। वकील ने कहा कि राज्य ने मंदिरों को नहीं खोलने का फैसला लिया है, क्योंकि इससे कोरोना वायरस के और फैलने का खतरा पैदा हो सकता है। वायरस के फैलने से मौतें हो सकती हैं।

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