Delhi Violence : बिजनौर में छतों पर मिले पत्थर, प्रदेश में जुमे की नमाज पर शांति UP News

UP News उत्तर प्रदेश में आज जुमे की नमाज के बाद भी कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। जुमे की नमाज को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस काफी अलर्ट थी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 09:46 AM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 08:29 AM (IST)
Delhi Violence : बिजनौर में छतों पर मिले पत्थर, प्रदेश में जुमे की नमाज पर शांति UP News
Delhi Violence : बिजनौर में छतों पर मिले पत्थर, प्रदेश में जुमे की नमाज पर शांति UP News

लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में दिल्ली में हिंसा के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज पर उत्तर प्रदेश में पुलिस के हाई अलर्ट के बाद भी बिजनौर में लोगों की घर पर बड़ी मात्रा में एकत्र ईंट तथा पत्थर मिले। उत्तर प्रदेश में आज जुमे की नमाज के बाद भी कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। जुमे की नमाज को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस काफी अलर्ट थी। पूर्वी तथा मध्य उत्तर प्रदेश में भी मस्जिदों के बाहर सख्त पहरा लगा था।

प्रदेश के दिल्ली से सटे जिलों में विशेष सतर्कता रही। अन्य जगहों पर भी फोर्स काफी मुस्तैद थी। यूपी में बीते दिसंबर में हुई हिंसा के बाद छाई शांति पर एक बार फिर खतरे का बादल मंडरा रहा था। प्रदेश में माहौल खराब होने की आशंका के बीच पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया था। मेरठ, बागपत, शामली, बिजनौर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर के साथ सहारनपुर की जामा मस्जिद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की थी। मुजफ्फरनगर में एसपी सिटी विनीत भटनागर के नेतृत्व में जमा मस्जिद के आसपास भारी पुलिस बल था। बागपत की की कैराना कोतवाली में डीएम और एसपी ने पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

घरों की छतों पर मिले पत्थर पुलिस ने उतरवाए

बिजनौर में जुमे की नमाज से ठीक पहले पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। ऊपरकोट मोहल्ले में ड्रोन की मदद से तीन मकानों की छत पर पत्थर देखे गए। उसी समय आईजी ज्योति नारायण ने सीओ सिटी को आदेश दिया कि इन घरों की छतों से पत्थरों को उतरवाया जाए। बिजनौर में चहशीरी इलाके के कई घरों की छतों पर पत्थरों से भरे बोरो के मिलने से स्थानीय पुलिस के होश उड़ गये हैं। इस बात की खबर मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाक़े में तलाशी अभियान तेज कर दिया। ड्रोन से निगरानी के आधार पर ऐसे तमाम घरों पर कार्रवाई शुरू हुई जहां पत्थरों से भरे बोरे रखे हुए थे। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर उन पत्थरों को हटवाया।

साथ ही अधिकारियों ने अपील की कि लोग अफवाहें ना फैलाएं। बिजनौर के एसपी संजीव बताया कि उपद्रवी तत्वों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही रेड कार्ड भी जारी किया गया है। चहशीरी इलाके में पत्थर की खबर मिलते ही पूरे इलाके की जांच की गई। पुलिस ने मकान मालिकों से पत्थर के बारे में जानकारी की तो पता चला कि उनके घर में हाल ही में निर्माण हुआ था। जो पत्थर बचे थे। उन्हें छत पर डाल दिया था। डीएम रविन्द्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने जुमे की नमाज से ठीक पहले मिश्रित आबादियों में अमन का संदेश देते हुई सर्व समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बिजनौर में भी पुलिस ने लोगों की घरों की छत से पत्थरों को उतरवाकर अपने कब्जे में लिया।

मेरठ मंडल में शांति

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मेरठ मंडल में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। किसी भी जिले से कोइ बवाल की खबर नहीं है। एसएसपी और डीएम सड़कों पर उतरकर अपने क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं। इसके साथ ही सभी जिलों में भारी पुलिस बल व पीएसी के जवानों को उतारा गया है। ड्रोन से भी नजर रखी गई। मेरठ में जुमे की नमाज पर कड़ी सुरक्षा एसएसपी अजय साहनी और डीएम अनिल धींगरा दोनों अफसर संयुक्त रूप से फोर्स के साथ जिले का भ्रमण कर रहे थे।

हापुड़ अड्डे से जाकिर कॉलोनी चौकी उसके बाद लिसाड़ी गेट चौराहा और फिर भूमिया पुल उसके बाद मेट्रो प्लाजा होते हुए रेलवे रोड चौराहे के पास रुके उसके बाद बेगम पुल चौकी पर सुरक्षा का जायजा लिया साथ ही जुमे की नमाज अदा कराने के लिए मस्जिदों के बाद फोर्स लगाई गई। बागपत, शामली और सहारनपुर में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके साथ ही संदिग्धों को तुरंत पकड़कर पुछताछ की गई।

पूर्वांचल में खास सतर्कता

पूर्वांचल के जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के कारण खास सतर्कता बरती गई। वाराणसी शहर को 12 जोन में बांट कर जोनवार मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैैं। जिले में मस्जिदों के आसपास के साथ ही संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनाती की गई है। बेनियाबाग, नई सड़क, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, कज्जाकपुरा, बजरडीहा समेत गांव से शहर तक अन्य इलाकों में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस फोर्स के साथ पैदल रूट मार्च भी कर रही है। एडीजी जोन बृज भूषण शर्मा अर्धसैनिक बल के पैदल साथ मार्च करने निकले।

आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र के समस्त मस्जिदों में पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। सरायमीर में एक प्लाटून पीएसी के साथ पूरे क्षेत्र की निगरानी की गई। क्षेत्र के संजरपुर खन्डवारी दाउदपुर नंदाव मोर सरायमीर कस्बा चौक सिकरौर सहबरी आदि जगहों पर स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी के जवान मौजूद रहे। इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि सरायमीर थाना क्षेत्र के अतिसंवेदनशील एरिया में डोन कैमरे से निगरानी की गई। 

बरेली मंडल में रही  में शांति

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली और अलीगढ़ में हुए बवाल के बाद जुमा की नमाज के दौरान बरेली मंडल के चारों जिलों में पुलिस विशेष रूप से सतर्कता रही। सभी प्रमुख मस्जिदों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रही। अधिकारी भी लगातार जिले भर में गश्त करते हुए माहौल की निगरानी करते रहे। पुलिस सोशल माीडिया पर लगातार निगरानी करती रही कि कहीं कोई भड़काऊ पोस्ट कर माहौल को बिगाडऩे का प्रयास न कर सके। बरेली में जामा मस्जिद, दरगाह आला हजरत, खानकाह नियाजिया, किला स्थित मस्जिद समेत अन्य जगहों पर जुमा की नमाज को लेकर चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रहा। पुलिसकर्मियों के अलावा आरएएफ व पीएसी के जवान भी मौके पर तैनात थे। मस्जिदोंं के आसपास, अन्य सार्वजनिक स्थानों तथा मिश्रित आबादी वाले इलाकों में भी पुलिस लगातार निगरानी करती रही। 

अलीगढ़ में भी माहौल पर नजर

अलीगढ़ के ऊपरकोट में रविवार को हिंसा के बाद शुक्रवार को शहर में तनावपूर्ण हालात हैैं। जीवनगढ़ में धरने पर टकराव के तेवर हैैं। वहां से ईंट-पत्थर हटाने पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से नोकझोंक हुई। जुमे की नमाज के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। शहर में रेड स्कीम (हाई अलर्ट) लागू है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने साफ कहा कि किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं होगी। एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि ऊपरकोट स्थित जामा मस्जिद, शाहजमाल ईदगाह, जमालपुर समेत तमाम मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच नमाज हुई।

अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी

लखनऊ में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने एडीजी, आइजी व डीआइजी स्तर के कई अधिकारियों को अलग-अलग जिलों में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारी उन जिलों में कैंप कर रहे हैं। एडीजी अविनाश चंद्र ने अलीगढ़, एडीजी प्रशांत कुमार ने मेरठ, आइजी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने गाजियाबाद, आइजी रमित शर्मा ने संभल, आइजी ज्योति नारायण ने बुलंदशहर व हापुड़ तथा आइजी लक्ष्मी सिंह को ने मुजफ्फरनगर और डीआइजी जे.रविंद्र गौड ने बिजनौर की मॉनीटरिंग तथा कड़े सुरक्षा प्रबंध को सुनिश्चित किया।

22 से अधिक जिलों में खुफिया तंत्र की सक्रियता बढ़ी 

प्रदेश में दिल्ली की सीमा से सटे जिलों के अलावा उन स्थानों पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया, जहां पहले भी सीएए के विरोध में हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं। गाजियाबाद, नोएडा, बागपत व बुलंदशहर के अलावा लखनऊ, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, रामपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़, मऊ, कानपुर नगर, संभल, बरेली समेत 22 से अधिक जिलों में खुफिया तंत्र की सक्रियता भी बढ़ा दी गई। प्रदेश में 20 व 21 दिसंबर 2019 को हुई हिंसा की घटनाओं के बाद चिह्नित उनसभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस व पीएसी की तैनाती के निर्देश थे।

सोशल मीडिया सेल सक्रिय 

डीजीपी मुख्यालय में सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय किया गया। आपत्तिजनक पोस्टों व वायरल संदेशों की कड़ी निगरानी की जा रही है। प्रदेश में सीएए के विरोध में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर 450 से अधिक मुकदमे दर्ज कर जांच चल रही है। पुलिस ने इसी कड़ी में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) व उनके सहयोगी संगठनों के कई सक्रिय सदस्यों पर शिकंजा कसा। ऐसे आरोपितों पर भी नजर रखी जा रही है, जिनके खिलाफ पुलिस ने बीते दिनों निरोधात्मक कार्रवाई की थी और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा था। 

ड्रोन कैमरों से रखी जा रही नजर

शासन से भेजे गए आईजी ज्योति नारायण ने बताया कि बुलंदशहर में सभी क्षेत्रों में शांति है। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे की मदद से नजर रखी हुई है। वही इन स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था दी गई है। 

22 से अधिक जिलों में खुफिया तंत्र की सक्रियता बढ़ी 

प्रदेश में दिल्ली की सीमा से सटे जिलों के अलावा उन स्थानों पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है, जहां पहले भी सीएए के विरोध में हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं। गाजियाबाद, नोएडा, बागपत व बुलंदशहर के अलावा लखनऊ, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, रामपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़, मऊ, कानपुर नगर, संभल, बरेली समेत 22 से अधिक जिलों में खुफिया तंत्र की सक्रियता भी बढ़ा दी गई है। प्रदेश में 20 व 21 दिसंबर 2019 को हुई हिंसा की घटनाओं के बाद चिह्नित उनसभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस व पीएसी की तैनाती के निर्देश हैं।

सोशल मीडिया सेल सक्रिय 

आज डीजीपी मुख्यालय में सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय किया गया है। आपत्तिजनक पोस्टों व वायरल संदेशों की कड़ी निगरानी की जा रही है। प्रदेश में सीएए के विरोध में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर 450 से अधिक मुकदमे दर्ज कर जांच चल रही है। पुलिस ने इसी कड़ी में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) व उनके सहयोगी संगठनों के कई सक्रिय सदस्यों पर शिकंजा कसा है। ऐसे आरोपितों पर भी नजर रखी जा रही है, जिनके खिलाफ पुलिस ने बीते दिनों निरोधात्मक कार्रवाई की थी और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा था। प्रदेश शासन के साथ पुलिस की टीम किसी भी अनहोनी को लेकर बेहद सतर्क है। इसकी जोरदार तैयारी भी की गई है।  

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