Bihar Assembly Elections 2020 : कांग्रेस ने सख्त किया अपना रुख, गठबंधन के पक्ष में मगर चाहिए सम्मानजनक सीटें

कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा देश व राज्य में धर्मनिरपेक्षता हमारी प्राथमिकता। बेरोजगारी का दंश झेल रही युवाओं की फौज।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 06:33 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:33 PM (IST)
Bihar Assembly Elections 2020 : कांग्रेस ने सख्त किया अपना रुख, गठबंधन के पक्ष  में मगर चाहिए सम्मानजनक सीटें
Bihar Assembly Elections 2020 : कांग्रेस ने सख्त किया अपना रुख, गठबंधन के पक्ष में मगर चाहिए सम्मानजनक सीटें

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सह विधानसभा में विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने गुरुवार को एक बार फिर कहा है कि कांग्रेस राज्य विधानसभा के चुनाव में गठबंधन की पक्षधर है। मगर, उसे हर हाल में सम्मानजनक सीटें चाहिए। इसके लिए हमने राज्य के विभिन्न जिलों में विधानसभावार अपनी मजबूती की समीक्षा की है। इसकी रिपोर्ट पार्टी हाइकमान को भेजी जाएगी। वे यहां एक दिवसीय दौरे पर परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे।

ध्वस्त हो रहीं एप्रोच सड़कें सरकार की पहचान

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए देश व राज्य में धर्मनिरपेक्षता पहली प्राथमिकता है। इसके लिए पार्टी हर कुर्बानी देने को तैयार रहती है। सर्वे रिपोर्ट भेजने के बाद आलाकमान का जो आदेश होगा, पार्टी उसके अनुसार सीटों को लेकर बात करेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के विकास की गाथा अब उद्धाटन के साथ ध्वस्त हो रही एप्रोच सड़कें सुना रही हैं। सूबे की जनता सब देख रही है। जनता बाढ़ व कोरोना से परेशान है, लेकिन नीतीश कुमार को केवल समय पर चुनाव कराने की फिक्र है। कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में सर्वाधिक युवाओं का रोजगार छिन गया है।

ग्रामीण क्षेत्र के युवा बेरोजगारी से परेशान

केंद्र व राज्य सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस पहल नहीं कर पा रही है। रोजगार की सर्वाधिक समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में है, जहां लोग अपने रोजगार को छोड़ अन्य प्रदेशों से घर पहुंचे हैं। देश स्तर पर कल-कारखाने बंद होने से लोग सर्वाधिक बेरोजगार हुए हैं। जिलाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शुक्ल ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य में डिजिटल सदस्यता अभियान की शुरूआत की है। इसकी सफलता को लेकर सभी जिलों में पार्टी नेता व कार्यकर्ता लगे हुए हैं। गौरतलब है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस किसी भी तरह खुद को कमजोर करना नहीं चाह रही है। न केवल पिछले बार के प्रदर्शन को दोहराना चाह रही वरन अधिक से अधिक सीटें हासिल कर कुछ जिलों में अपने आधार को भी मजबूत करना चाह रही है। 

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