सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, चीरहरण की तरह सीएए के विरोध पर नहीं रह सकते मौन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विपक्ष के दुष्प्रचार की तुलना महाभारत के द्रौपदी चीरहरण से की है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 08:16 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, चीरहरण की तरह सीएए के विरोध पर नहीं रह सकते मौन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, चीरहरण की तरह सीएए के विरोध पर नहीं रह सकते मौन

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विपक्ष के दुष्प्रचार की तुलना महाभारत के द्रौपदी चीरहरण से की है। उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दल जिस तरह षड्यंत्र कर रहे हैं, उस पर हम चीरहरण प्रसंग की तरह मौन नहीं रह सकते। सीएए के विरोध में उन्होंने कांग्रेस और सपा पर बलवाइयों को पैसे देकर आगजनी की घटनाओं को प्रायोजित कराने का आरोप लगाया। कहा कि धरने दिला कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, लेकिन झूठ के पांव नहीं होते। सत्य हमेशा सच रहेगा। 

मंगलवार को राजधानी लखनऊ के बंगला बाजार के रामकथा पार्क में भाजपा की ओर से सीएए के समर्थन में आयोजित क्षेत्रीय रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि जब चीरहरण हो रहा था तो द्रौपदी ने कातर गुहार लगाई थी और पूछा था कि 'इस पाप का भागीदार कौन? महाज्ञानियों और शूरवीरों से भरी उस सभा में सभी मौन थे। सिर्फ विदुर ने कहा था कि 'तिहाई दोष दोषियों का, तिहाई सहयोगियों का और तिहाई मौन धारण करने वालों का।' योगी ने कहा कि 'सीएए पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का दुष्प्रचार चीरहरण से कम नहीं है। हम इस पाप के भागीदार नहीं बन सकते। हम इसका विरोध करेंगे और दुष्प्रचार के खिलाफ घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे।'

योगी ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस को आतंकवाद और अलगाववाद जैसे अपने पापों का परिमार्जन करने का मौका मिला था लेकिन न तो वह और न ही केंद्र में सत्तारूढ़ हुईं अन्य दलों की सरकारों ने ऐसा किया। उन्होंने वोट बैंक की राजनीति को अपना युगधर्म बनाया। बीते छह महीने के दौरान मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और तीन तलाक जैसी कुप्रथा को जहां एक झटके में खत्म कर दिया, वहीं 500 वर्ष पुराने अयोध्या के कलंक को धोकर वहां राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। तीन देशों के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता और सम्मान देने का जो काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया है, वह 1947 में ही शुरू हो जाना चाहिए था लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई।

भारत में सम्मान से जी सकेंगे शरणार्थी : स्वतंत्र देव

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के जरिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से विस्थापित शरणार्थियों को भारत में सम्मान से जीने का अवसर मिलेगा। उन्होंने इस कानून को संसद की मंजूरी दिलाने वाले केंद्रीय गृह मंंत्री को लौह पुरुष बताया। कहा कि उप्र का प्रभारी होते हुए अमित शाह ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बिजनौर में जनता से कहा था कि आपका वोट दो काम करेगा। एक तो यह कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने पर वह आततायी कांग्रेस का खात्मा करेगी, और दूसरा, राज्य में सपा का गुंडाराज खत्म होगा। उप्र के कार्यकर्ताओं ने अमित शाह के नेतृत्व में इसे सिद्ध कर दिया है।

सीएए का विरोध करने वाले अपना हश्र देखेंगे : केशव

सीएए के विरोध पर विपक्षी दलों को घेरते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस आधी बची हुई है, सपा थोड़ी सी हो गई है और बसपा का अता-पता नहीं है। 2019 में बुआ-भतीजे मिलकर चुनाव लड़े तो उनका क्या हश्र हुआ और अब जब वे सीएए का विरोध कर रहे हैं तो उनका क्या अंजाम होगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीएए लाकर साफ कर दिया है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों के लिए भारत के दरवाजे खुले हुए हैं।

देश में नहीं चलेंगी दो धाराएं : दिनेश शर्मा

उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले विपक्षी दलों का संगठित समूह हिंदुस्तान को बांटना चाहता है। हिंदुस्तान में अब दो धाराएं नहीं चलेंगी। यह देखने की जरूरत है कि सीएए के खिलाफ हिंसा को कौन प्रश्रय दे रहा है? पाकिस्तान की असेंब्ली में जो भाषण होता है, कांग्रेस, सपा और बसपा उसी भाषा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देते हैं।

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