एक हाथ में सामान और दूसरे में किताब
किराना दुकानदार की बेटी ने किया कमाल
अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। घर-परिवार को चलाने के लिए पिता संतोष कुमार गुप्ता ने किराना दुकान खोल रखी है। उनकी दोनों बेटियां पढ़ाई के साथ दुकान में भी हाथ बंटाती हैं। सोमवार को सीबीएसई बोर्ड की बारहवीं परीक्षा का परिणाम आया तो संतोष और सीमा देवी की छोटी बेटी अंजलि कुमारी दुकान पर ग्राहक को सामान दे रही थी। पापा ने 95.4 फीसद अंक आने की खबर दी तो वह उछल पड़ी। आंखों से आंसू आ गए।
आलमगंज के लोहरवाघाट में पापा की किराना दुकान से आज अंजलि की मेधा के चर्चे निकले तो पूरे इलाके लोग संतोष को बधाई देने पहुंच गए। अंजलि उस वक्त भी दुकान में सामान दे रही थी। मां सीमा देवी ने उसे बाहर निकलने को कहा तो बोली कि वह तो किताब साथ रखते हुए पापा की मदद करती है।
संतोष और सीमा देवी को दो बेटियां ही हैं। दोनों पढ़ने और खेलने में अव्वल हैं। सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा में 95.4 फीसद अंक लाने वाली छोटी बेटी अंजलि कुमारी ने अपनी सफलता से फिर यह साबित कर दिया है कि परिस्थितियों के अनुकूल ढल जाना कामयाबी नहीं बल्कि अपने अनुकूल परिस्थितियों को ढाल लेना ही कामयाबी है। अंजलि ने दसवीं की परीक्षा में भी 98.4 प्रतिशत अंक लाकर पूरे इलाके में सुíखयां बटोरी थीं। गणित में तब भी उसके 100 में 100 आए थे और इस बार भी सौ फीसद। भौतिकी में 98 और रसायन विज्ञान में 95 प्रतिशत अंक।
आलमगंज में साधारण स्कूल के रूप में जाने वाले ज्ञानस्थली के शिक्षक भी उसकी सफलता से मुदित हैं। नर्सरी से लेकर 11वीं तक स्कूल टॉपर रही अंजलि का कहना है कि पढ़ाई में अधिक घंटे बिताने से बेहतर है रुचि लेकर पूरे समर्पण के साथ कुछ घंटे पढ़ा जाए। सेल्फ स्टडी से ही पढ़ाई में गुणवत्ता आती है। कहती है कि जेईई मेन में सफल होने के बाद सिविल सर्विसेज परीक्षा में टॉप करना उसका लक्ष्य है। अभाव में भी हंसी-खुशी के साथ जिदगी जीने वाली अंजलि जिले में चेस चैंपियन भी रह चुकी है। बड़ी बहन अंशु कुमारी ने अंजलि कुमारी को अपने हाथों बनाई मिठाई खिलाकर उसकी हौसलाअफजाई की।