World Lion Day: पीएम मोदी ने लायन संरक्षण के प्रति उत्साही लोगों को बधाई दी, कहा- भारत में शेरों की आबादी में हुई वृद्धि

विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है। भारत में शेरों की संख्या में वृद्धि जारी है। ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व शेर दिवस पर ट्वीट करते हुए बताया। उन्होंने लिखा भारत को एशियाई शेरों के घर होने पर गर्व है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 09:39 AM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 09:51 AM (IST)
World Lion Day: पीएम मोदी ने लायन संरक्षण के प्रति उत्साही लोगों को बधाई दी, कहा- भारत में शेरों की आबादी में हुई वृद्धि
World Lion Day: पीएम मोदी ने लायन संरक्षण के प्रति उत्साही लोगों को बधाई दी

नई दिल्ली, एजेंसी। विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है, जिसमें जागरूकता बढ़ाने और उनकी घटती आबादी और संरक्षण के लिए समर्थन जुटाने पर जोर दिया जाता है। हालांकि, भारत में शेरों की संख्या में वृद्धि जारी है। ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व शेर दिवस पर ट्वीट करते हुए बताया। उन्होंने लिखा, 'शेर राजसी और साहसी होता है। भारत को एशियाई शेरों के घर होने पर गर्व है। विश्व शेर दिवस पर, मैं शेर संरक्षण के प्रति उत्साही सभी लोगों को बधाई देता हूं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की शेरों की आबादी में लगातार वृद्धि हुई है।'

पीएम मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए गुजरात सीएम के दौरान की कुछ बाते साझा की। उन्होंने लिखा, 'जब मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहा था, तो मुझे गिर(गिर राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात) शेरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का अवसर मिला। कई पहलें की गईं जिनमें स्थानीय समुदायों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आवास सुरक्षित हैं और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।' बताया जाता है कि एशियाई शेर दुनिया में कहीं और नहीं सिर्फ गिर राष्ट्रीय उद्यान में पैदा होते है।

एशियाई शेर भारत में पाई जाने वाली पांच बड़ी बिल्लियों में से एक है, अन्य चार रॉयल बंगाल टाइगर, इंडियन लेपर्ड, क्लाउडेड लेपर्ड और स्नो लेपर्ड हैं। भले ही एक समय हो जब शेर एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और यूरोप में स्वतंत्र रूप से घूमते रहे हों। हालांकि, वे पिछले 100 वर्षों में अपनी ऐतिहासिक सीमा के 80 फीसद से अधिक से गायब हो चुके हैं। शेर वर्तमान में 25 से अधिक अफ्रीकी देशों और एक एशियाई देश में मौजूद हैं। हाल के सर्वेक्षण से पता चलता है कि उनकी संख्या लगभग 30,000 से घटकर लगभग 20,000 हो गई है।

वहीं, पिछले साल जून में गुजरात सरकार द्वारा की गई राजसी बड़ी बिल्लियों की जनगणना के अनुसार, इसमें वृद्धि देखी गई। भारत ने अपने शेरों की आबादी में 2015 में 523 से 2020 में 674 तक की सबसे अधिक 29 फीसद की वृद्धि दर्ज की। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उनका वितरण 2015 में 22,000 वर्ग किमी से बढ़कर 2020 में 30,000 वर्ग किमी हो गया।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पाए जाने वाले एशियाई शेर ज्यादातर प्रतिबंधित गिर वन और राष्ट्रीय उद्यान और इसके आसपास के क्षेत्रों में पाए जाते हैं। हालांकि, पहले वे पश्चिम में सिंध से लेकर पूर्व में बिहार तक फैले भारत-गंगा के मैदानों में घूमते रहते थे। बता दें कि भारत सरकार पहले से ही विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं के माध्यम से जंगल के राजा की रक्षा के लिए प्रयास कर रही है।

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