'जय श्री राम' के नारे से क्यों नाराज हुईं ममता बनर्जी? कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कारण

कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में जय श्रीराम के नारे लगने और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गुस्सा दिखाने के मामले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। ममता बनर्जी की ओर से विरोध करने पर भाजपा ने भी जमकर पलटवार किया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 01:01 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 03:14 PM (IST)
'जय श्री राम' के नारे से क्यों नाराज हुईं ममता बनर्जी? कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कारण
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और भाजपा नेता कैलास विजयवर्गीय (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, जेएनएन।  नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर के मौके पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में जय श्रीराम के नारे लगने और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गुस्सा दिखाने के मामले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। ममता बनर्जी की ओर से विरोध करने पर भाजपा ने भी जमकर पलटवार किया है। लोगों के मन मे भी सवाल उठ रहा है कि आखिर जय श्री राम के नारे से ममता बनर्जी इतनी नाराज क्यों हो गई?

ममता के नाराज होने का कारण बताते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा है, ''ममताजी ने आज बहुत ही पवित्र मंच पर जय श्रीराम के नारे पर राजनैतिक एजेंडा सेट किया। हम इसकी निंदा करते है, नेताजी की 125वीं जयंती के मंच जहां प्रधानमंत्री उपस्थित हो। वहां चुनाव को देखते हुए राजनैतिक एजेंडा सेट करना। अल्पसंख्यक लोगों को खुश करने की तुष्टिकरण की नीति है।''

ममताजी ने आज बहुत ही पवित्र मंच पर 'जय श्रीराम' के नारे पर राजनैतिक एजेंडा सेट किया। हम इसकी निंदा करते है, नेताजी की 125वीं जयंती के मंच जहाँ प्रधानमंत्री उपस्थित हो। वहाँ चुनाव को देखते हुए राजनैतिक एजेंडा सेट करना।

अल्पसंख्यक लोगों को खुश करने की तुष्टिकरण की नीति है।

— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 23, 2021

इससे पहले, कैलाश विजयवर्गीय ने नारेबाजी के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा था कि जय श्रीराम के नारे से स्वागत, ममताजी अपमान मानती हैं। यह कैसी राजनीति है।

नेता जी के परपोते ने भी दी प्रतिक्रिया

नेताजी के परपोते और बीजेपी नेता चंद्र कुमार बोस ने भी कहा कि चाहे आप जय हिंद कहें या फिर जय श्रीराम, मुझे दोनों में कोई भिन्नता नहीं दिखती है। जय श्रीराम कोई ऐसा नारा नहीं है कि जिसमें इस तरह की प्रतिक्रिया दी जाए।

जानिए, क्या है नारेबाजी का पूरा मामला

दरअसल, ममता बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित एक कार्यक्रम में तब बोलने से इनकार कर दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वहां जय श्री राम के नारे लगाए गए। कार्यक्रम में बनर्जी ने अपना भाषण शुरू नहीं किया था। उसी समय तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा नारा लगाया गया। बनर्जी ने कहा कि कि ऐसा अपमान अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, यह एक सरकारी कार्यक्रम है, कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं। एक गरिमा होनी चाहिए। किसी को लोगों को आमंत्रित करके अपमानित करना शोभा नहीं देता। मैं नहीं बोलूंगी। जय बंगला, जय हिंद।

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