पेगासस मामले में भड़की भाजपा, कहा- सरकार बहस के लिए तैयार, लेकिन सिर्फ हंगामा करना चाहता है विपक्ष

भाजपा ने संसद में जारी गतिरोध के लिए कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है। भाजपा ने कहा है कि वो चर्चा के लिए तैयार है लेकिन कांग्रेस ही इसको लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा ने ये भी कहा है कि वो भी सवाल पूछना चाहती है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:33 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:41 PM (IST)
पेगासस मामले में भड़की भाजपा, कहा- सरकार बहस के लिए तैयार, लेकिन सिर्फ हंगामा करना चाहता है विपक्ष
हम भी जानना चाहते हैं कांग्रेस से कुछ सवालों के जवाब

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बिना किसी सुबूत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश को पेगासस विवाद में घसीटने पर भाजपा भड़क गई है। पूर्व आइटी मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पेगासस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि अभी तक इस मामले में एक भी प्रारंभिक सुबूत पेश करने में विपक्ष विफल रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ विपक्ष संसद में इस मुद्दे पर बहस की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी ओर आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से कागज छीनकर बयान देने से रोकने का भी काम करता है।

पूर्व न्यायाधीश की जासूसी कराए जाने के दावे की हवा निकली

पेगासस मुद्दे को सार्वजनिक करने वाली वेबसाइट द वायर ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश का एक मोबाइल नंबर जारी कर दावा किया कि पेगासस से उनकी भी जासूसी की जा रही थी। लेकिन वह मोबाइल नंबर उस समय का निकला, जब वे हाई कोर्ट में न्यायाधीश थे। यही नहीं, उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि इस मोबाइल नंबर को वे 2014 में ही सरेंडर कर चुके हैं। पूर्व न्यायाधीश की इस बात से उनकी जासूसी कराए जाने के दावे की हवा निकल गई।

जासूसी का सुबूत देने में विपक्ष पूरी तरह विफल

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूरे पेगासस मुद्दे को इसी तरह फर्जी दावे के आधार पर खड़ा किया गया है। उनके अनुसार पेगासस मामले से जुड़े द वायर और एमनेस्टी इंटरनेशनल का मोदी विरोधी रुख जगजाहिर रहा है। रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है। लेकिन विपक्ष ही बहस से भाग रहा है और हंगामा खड़ा कर संसद को ठप करने में जुटा है।

उन्होंने कहा कि पेगासस का मुद्दा सामने आते ही आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बयान देकर स्थिति को साफ करने की कोशिश की। लेकिन विपक्षी सांसदों ने उनके हाथ से कागज छीनकर बयान देने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि उसी दिन वैष्णव के बयान के साथ ही संसद में चर्चा हो जाती और विपक्ष को भी अपनी बात कहने का मौका मिल जाता।

विपक्ष के हंगामे के कारण संसद नहीं चलने से सरकारी खजाने को अब तक 130 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। रविशंकर प्रसाद ने पेगासस मुद्दे पर विपक्षी हंगामे की अगुआई करने वाली कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 50 से अधिक वर्षो तक शासन करने वाली कांग्रेस का संसद के प्रति क्या सम्मान है, जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए संसद का सम्मान तभी तक है, जब तक वह एक परिवार का हित साधने का जरिया रहती है।

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