कांग्रेस में Prashant Kishor की बड़ी भूमिका पर सोनिया गांधी के फैसले का इंतजार, G-23 के कई नेताओं ने उठाए सवाल

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को कांग्रेस में शामिल कर बड़ी भूमिका देने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विमर्श लगभग पूरा कर लिया है और वह जल्द ही अंतिम निर्णय लेंगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 10:52 AM (IST)
कांग्रेस में Prashant Kishor की बड़ी भूमिका पर सोनिया गांधी के फैसले का इंतजार, G-23 के कई नेताओं ने उठाए सवाल
कांग्रेस में शामिल कर बड़ी भूमिका देने को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके)

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को कांग्रेस में शामिल कर बड़ी भूमिका देने को लेकर अंदरखाने चाहे हलचल चल रही हो, मगर पार्टी का मानना है कि इस पर टकराव जैसी कोई बात नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीके की संभावित भूमिका के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विमर्श लगभग पूरा कर लिया है और वह जल्द ही अंतिम निर्णय लेंगी।

पार्टी ने दिए संकेत, नहीं रुकेगी निर्णय प्रक्रिया

संकेत हैं कि पार्टी के बहुप्रतीक्षित संगठनात्मक बदलाव को अमलीजामा पहनाए जाने के दौरान ही पीके की सियासी एंट्री और भूमिका की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 के कुछ सदस्यों की ओर से पीके को सीधे महासचिव बनाकर कार्य समिति में लाने के प्रस्ताव पर सवाल खड़े किए जाने की चर्चाओं पर पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि किसी का अलग राय रखना विरोध नहीं है। समूह के कई नेताओं ने पीके को पार्टी में शामिल कर बड़ा रोल देने का पुरजोर समर्थन भी किया है।

सोनिया गांधी जल्‍द करेंगी अंतिम फैसला

कांग्रेस नेता के अनुसार, सोनिया गांधी ने कई वरिष्ठ नेताओं से पीके को पार्टी में शामिल कर बड़ी भूमिका देने के मसले पर अलग-अलग राय-मशविरा की है। इसमें असंतुष्ट समूह के भी कुछ नेता शामिल हैं। उनका यह भी कहना था कि इस मुद्दे पर सोनिया गांधी ने चर्चा की प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब अंतिम फैसला उन्हें ही करना है। जी-23 समूह के कुछ नेताओं के ऐतराज से बहुत फर्क नहीं पड़ने वाला।

जी-23 समूह के कई नेताओं ने प्रस्‍ताव पर उठाए सवाल

गौरतलब है कि जी-23 समूह के प्रमुख चेहरों में शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के घर जन्माष्टमी के मौके पर एक बार फिर कई असंतुष्ट पार्टी नेताओं का जमावड़ा हुआ था। इनमें गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर, मनीष तिवारी व भूपेंद्र सिंह हुड्डा आदि शामिल थे। समझा जाता है कि इस दौरान हुई आपसी चर्चा में कुछ नेताओं ने पीके को सीधे महासचिव बनाकर पार्टी को उनके हवाले करने की प्रस्तावित योजना पर सवाल उठाए।

यह तर्क दिया गया कि कांग्रेस के अंदर प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है कि अचानक बाहर के किसी व्यक्ति को लाकर पार्टी को उसके हवाले कर दिया जाए। हालांकि, जी-23 समूह के कुछ नेता ऐसे भी थे, जिन्हें पीके को कांग्रेस में बड़ी भूमिका देने में कोई खामी नजर नहीं आई और उन्होंने पार्टी हित में इस प्रस्ताव की हिमायत करने की राय जाहिर की।

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