Vikas Dubey Encounter:कानून ने अपना काम किया, CBI जांच की जरूरत नहीं- नरोत्तम मिश्रा
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कानून ने अपना काम किया है। सीबीआइ जांच की जरूरत नहीं है।
भोपाल, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे जाने पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कानून ने अपना काम किया है। अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी, जो कल उसके पकड़े जाने पर कह रहे थे कि क्यों पकड़ लिया? आज मारा गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया? कई राज दफन हो गए। कल कुछ कह रहे थे और आज कुछ कह रहे हैं। कल (गुरुवार) कह रहे थे कि दोनों जगह भाजपा की सरकार है। मध्य प्रदेश की पुलिस ने अपना काम किया। उन्होंने मामले में कांग्रेस द्वारा सीबीआइ जांच की मांग करने पर कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है।
गृहमंत्री ने मीडिया से बताचीत में कहा कि विकास दुबे को गिरफ्तार करके मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया गया था। मप्र पुलिस उसे यूपी बॉर्डर तक रात को सुरक्षित पहुंचाकर आई थी। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा विकास दुबे के एनकाउंटर पर ट्वीट के माध्यम से उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस कल सवाल खड़े कर रही थी कि इतना दुर्दांत अपराधी को जिंदा कैसे पकड़ लिया? आज मरा गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया? कई राज दफन हो गए।
कांग्रेस की सोच और मानसिकता उजागर हो चुकी है
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कभी आपने देखा है कि उन्होंने (दिग्विजय सिंह) इतना जल्दी किसी आतंकवादी के लिए ट्वीट किया हो, नहीं कर सकते हैं। कांग्रेस की सोच और मानसिकता उजागर हो चुकी है। कभी सेना को कठघरे में खड़ा करना, तो कभी जाबांज पुलिस अफसरों पर सवाल खड़ा करना, यही उनकी मानसिकता है। सीबीआइ जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि अब उसमें क्या बचा है।
अखिलेश यादव के बयान पर नरोत्तम मिश्रा का जवाब
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट ' दरअसल, ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।' इसके जवाब में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वो उन्हीं की पार्टी का था, अब ऐसा क्यों कह रहे हैं? हमारे पास तो वो पोस्टर भी रखे हैं, जो बताते हैं कि वो सपा का था। उसकी मां ने भी यही कहा है। कांग्रेस और दिग्विजय सिंह द्वारा अपने ऊपर (नरोत्तम मिश्रा) कानपुर के भाजपा प्रभारी और उज्जैन के भी प्रभारी होने पर सवाल उठाने को लेकर उन्होंने कहा कि वे अब फुर्सत में हैं तो और क्या कहेंगे। ट्वीट ही कर सकते हैं। उन्हें (दिग्विजय सिंह) कोई सभा या रैली में तो बुला नहीं रहा है और न वे जाने वाले हैं। जिंदा पकड़ लिया तो कह रहे थे कि क्यों पकड़ लिया। उसे (विकास दुबे) राजफाश करना होता तो कल किसने रोका था। वह 12-17 घंटे रहा। इनको तो हर चीज पर मातम मनाना है। मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा आठ घंटे की पूछताछ में उसने घटित अपराध के बारे में ही बताया, कोई नई बात नहीं बताई।
एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी: तनखा
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तनखा ने ट्वीट कर कहा कि विकास के एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट में याचिका कल ही प्रस्तुत हो चुकी है। यह कस्टडी में मौत का प्रकरण है। घटना की परिस्थितियों की जांच कोर्ट की निगरानी, नियंत्रण में हो। विकास को दंड मिलना तो निश्चित था परंतु यह पूरे राजफाश और कानूनी प्रक्रिया से होना था।