अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे, जानें क्या होगा एजेंडा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। अफगानिस्तान में तेजी से बदलती सुरक्षा स्थिति तालिबान का बढ़ता दबदबा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना और कोरोना के खिलाफ प्रयास समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा उनके विस्तृत एजेंडे में शामिल है।
नई दिल्ली, एएनआइ। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। अफगानिस्तान में तेजी से बदलती सुरक्षा स्थिति, तालिबान का बढ़ता दबदबा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना और कोरोना के खिलाफ प्रयास को मजबूत करने के तरीकों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा उनके विस्तृत एजेंडे में शामिल है। इसे दौरान उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ होगी।
#WATCH | US Secretary of State Antony Blinken arrives in Delhi on a two-day official visit to India. pic.twitter.com/tGodKBD41Z— ANI (@ANI) July 27, 2021
पदभार संभाभारत एंटोनी ब्लिंकन के सामने सुबूत समेत यह बात रखेगा कि आतंकवाद की फंडिंग और सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान की तरफ से दिए जा रहे बढ़ावे को लेकर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को कोई नरमी नहीं दिखानी चाहिए। पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को ब्लिंकन के समक्ष रखने की भारतीय विदेश मंत्री की तरफ से यह पहली कोशिश होगी। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ अगस्त की शुरुआत में अमेरिका जा रहे हैं। अफगानिस्तान से सेना बुलाने के बाद अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान उसे कुछ सैन्य ठिकाने उपलब्ध कराए। पाकिस्तान इस मदद की आड़ में अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों में राहत की उम्मीद लगाए है।
लने के बाद विदेश मंत्री की यह पहली भारत यात्रा
अमेरिकी विदेश मंत्री का पदभार संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा होगी। इस साल जनवरी में सत्ता में आने के बाद बाइडन प्रशासन के किसी उच्च पदस्थ अधिकारी की यह तीसरी भारत यात्रा होगी। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने पिछले मार्च में भारत का दौरा किया था।
इसके बाद वे दौरे के अगले पड़ाव कुवैत के लिए रवाना हो जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि विदेश मंत्री ब्लिंकन का दौरा उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता को जारी रखने और भारत-अमेरिकी वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देने का एक अवसर है। उसने कहा, दोनों पक्ष मजबूत और बहुआयामी भारत-अमेरिका संबंधों की समीक्षा करेंगे और उन्हें और मजबूती देने की संभावनाओं को टटोलेंगे।