केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोले, मोदी शासन के सात साल में अल्पसंख्यकों के जीवन में आया वास्तविक बदलाव

रविवार को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक थी। इसके उद्घाटन संबोधन में नकवी विपक्ष पर हमलावर थे। उन्होंने कहा आजादी के 75 वर्षों में अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने उनके शोषण की 75 शतरंजी चालें चली हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:31 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:31 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोले, मोदी शासन के सात साल में अल्पसंख्यकों के जीवन में आया वास्तविक बदलाव
पंथनिरपेक्षता के नाम पर कुछ दलों ने केवल छल किया : नकवी (फाइल फोटो)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी माहौल में राजनीतिक दलों की ओर से फेंके जा रहे जातिगत व धर्म के पासों के बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कुछ दल पंथनिरपेक्षता को सियासी सुविधा का साधन बनाए रहे और संविधान की मूल भावना के साथ राजनीतिक छल किया। हालांकि, भाजपा के लिए यह संवैधानिक प्रतिबद्धता है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चल रही है, जबकि कुछ दलों के लिए खुद के नेताओं के विकास तक यह सीमित रहा है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नकवी ने उनसे अपील की कि उदाहरण के साथ इन दलों को बेनकाब करें।

रविवार को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक थी। इसके उद्घाटन संबोधन में नकवी विपक्ष पर हमलावर थे। उन्होंने कहा, 'आजादी के 75 वर्षों में अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने उनके शोषण की 75 शतरंजी चालें चली हैं। कभी भय की चाल, कभी भ्रम की ढाल, कभी धर्म का जाल तो कभी अफवाहों-आशंकाओं के बवाल से वोटों का अपहरण करते रहे। अल्पसंख्यकों के मूलभूत आर्थिक-सामाजिक-शैक्षिक सरोकार को नजरअंदाज किया और बांटो और राज करो का रास्ता अपनाया। जबकि भाजपा के लिए विकास का मसौदा, वोट का सौदा ना था और ना रहेगा।'

नकवी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी शासन के पिछले सात वर्षों में 'हुनर हाट' के माध्यम से पांच लाख, 50 हजार से ज्यादा कारीगरों, शिल्पकारों को रोजगार, पांच करोड़ से ज्यादा अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति, मुस्लिम लड़कियों का स्कूल ड्राप आउट 70 प्रतिशत से घटकर लगभग 30 प्रतिशत होना जैसे कई काम हैं, जिसने बदलाव की शुरुआत कर दी। दो करोड़ गरीबों को घर दिया तो उसमें 31 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय को मिले हैं। 12 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत लाभ दिया तो उसमें भी 33 प्रतिशत से ज्यादा अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब किसान हैं। आठ करोड़ से ज्यादा महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत निश्शुल्क गैस कनेक्शन दिया तो उसमें 37 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब परिवार लाभान्वित हुए।

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