उद्धव ने कहा- सावरकर विभाजन के समय पीएम होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में नहीं आता

1883 में नासिक में पैदा हुए सावरकर हिंदू महासभा के नेता थे। स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने के चलते उन्हें दो बार काला पानी की सजा सुनाई गई थी। सेलुलर जेल में 12 वर्षो तक रहे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 07:58 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 07:58 PM (IST)
उद्धव ने कहा- सावरकर विभाजन के समय पीएम होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में नहीं आता
उद्धव ने कहा- सावरकर विभाजन के समय पीएम होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में नहीं आता

मुंबई, आइएएनएस। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि यदि हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर विभाजन के समय देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता। उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि हम महात्मा गांधी और प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किए गए कामों से इन्कार नहीं करते हैं, लेकिन देश की राजनीति इन दो परिवारों तक ही सीमित नहीं है।

उद्धव ठाकरे ने सावरकर पर लिखी किताब का किया विमोचन

विक्रम संपथ द्वारा लिखी पुस्तक 'सावरकर: इकोज फ्राम अ फॉरगाटेन पास्ट' के विमोचन पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'उन्हें नेहरू को वीर कहने में गुरेज नहीं होता यदि वह सावरकर की तरह 14 मिनट भी जेल के भीतर रहे होते। सावरकर 14 साल तक जेल में रहे थे। उन्होंने कहा कि जब राजग सरकार केंद्र की सत्ता में है तो उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी पर कटाक्ष

उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को इस किताब की एक प्रति दी जानी चाहिए। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान राहुल ने एक चुनावी रैली में कहा था कि सावरकर ने जेल से छूटने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी।

दो बार काला पानी की सजा सुनाई गई

1883 में नासिक में पैदा हुए सावरकर हिंदू महासभा के नेता थे। स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने के चलते उन्हें दो बार काला पानी की सजा सुनाई गई थी। वह अंडमान निकोबार स्थित सेलुलर जेल में लगभग 12 वर्षो तक रहे। 26 दिनों तक लगातार उपवास के बाद फरवरी 1966 में मुंबई में उनका निधन हो गया।

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