एयर स्ट्राइक की सूचना लीक करना देशद्रोह, सरकार कराए जांच : कांग्रेस

पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि संवदेनशील सैन्य आपरेशन की जानकारी साझा करना सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन ही नहीं बल्कि देशद्रोह है। इस मामले में अर्नब के साथ ही उनको इसकी जानकारी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी सरकार को तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 09:26 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 09:26 PM (IST)
एयर स्ट्राइक की सूचना लीक करना देशद्रोह, सरकार कराए जांच : कांग्रेस
एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, सुशील कुमार शिंदे और सलमान खुर्शीद जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बालाकोट एयर स्ट्राइक की पूर्व सूचना टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी से साझा किए जाने को देशद्रोह करार देते हुए कांग्रेस ने इसमें शामिल लोगों को दंडित किए जाने की मांग की है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि संवदेनशील सैन्य आपरेशन की जानकारी साझा करना सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन ही नहीं बल्कि देशद्रोह है। इस मामले में अर्नब के साथ ही उनको इसकी जानकारी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी सरकार को तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस ने अर्नब के लीक वाट्सएप चैट से उजागर हुए इस मुद्दे को संसद में उठाने का भी एलान किया है। संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग का विकल्प भी पार्टी ने खुला रखा है।

टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी के लीक वाट्सएप चैट पर आक्रामक हुई कांग्रेस

राहुल गांधी के इस मुद्दे को उठाने के एक दिन बाद एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, सुशील कुमार शिंदे और सलमान खुर्शीद जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में इसकी तत्काल जांच की मांग उठाई। मालूम हो कि एंटनी, शिंदे और खुर्शीद संप्रग सरकार में कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति का हिस्सा रह चुके हैं। एंटनी ने कहा कि अर्नब की चैट से सामने आई जानकारियों से हर भारतीय स्तब्ध है क्योंकि इतने गोपनीय और संवेदनशील सैन्य आपरेशन की पूर्व जानकारी एक पत्रकार को दिया जाना राष्ट्रीय सुरक्षा से गंभीर खिलवाड़ है और सरकार को बिना देरी इसकी जांच का आदेश देना चाहिए।

कहा- मुद्दा संसद में उठाएगी पार्टी, जेपीसी जांच की मांग का विकल्प खुला

एंटनी ने कहा कि हमारे देश में लगभग सभी मुद्दों पर लोगों और राजनीतिक दलों में चाहे जितने मतभेद हों, मगर राष्ट्रीय सुरक्षा के सवाल पर पूरा भारत एक है। इसलिए यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि अर्नब और बार्क के पूर्व सीइओ पार्थो दासगुप्ता की लीक चैट से सामने आई यह जानकारी देशद्रोह का संगीन मामला है। राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगाने वाले इन लोगों के साथ कोई दया नहीं दिखानी चाहिए। 

एंटनी ने कहा कि ऐसे संवेदनशील गोपनीय सैन्य आपरेशन की जानकारी सरकार के चार शीर्ष लोगों के पास ही होती है इसलिए प्रधानमंत्री को तस्वीर साफ करनी चाहिए। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत पर अर्नब के खुशी मनाने और इसकी वजह से चुनाव जीतने की बात को शर्मनाक करार देते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब देश अपने शहीदों के गम में था तब ऐसे लोग खुशी मना रहे थे।पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि सरकारी गोपनीयता कानून और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के गंभीर उल्लंघन के इस मामले को संसद के बजट सत्र में उठाया जाएगा। 

जेपीसी जांच के सवाल पर राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चूंकि सत्र शुरू ही होने वाला है इसलिए इसका फैसला संसद ही करेगी। सलमान खुर्शीद ने चैट से सामने आई टीआरपी घोटाले की गंदगी की जांच की मांग करते हुए कहा कि अर्नब ने देश के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों के कार्यालय को सवालों में ला खड़ा किया है। अर्नब की चैट में जजों को मैनेज करने की बात है जो बेहद गंभीर और खतरनाक है क्योंकि इससे यही संदेश जा रहा कि भाजपा सरकार में जजों को प्रभावित किया जा सकता है। 

चैट में बीमार पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के आखिरी दिनों पर अर्नब की टिप्पणी को असंवेदनशील और अमानवीय करार देते हुए खुर्शीद ने कहा कि राजनीतिक मतभेदों से इतर जेटली एक सम्मानित नेता ही नहीं, लोकतंत्र के एक मजबूत स्तंभ थे। उनके बारे में ऐसी टिप्पणी बेहद शर्मनाक है।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर ट्वीट में कहा, 'देश की सुरक्षा से जुड़ी अति गोपनीय बातें एक पत्रकार को बताई गईं। हमारे देश के वीर जवान शहीद हुए। पत्रकार कहता है, हमें फायदा होगा। राष्ट्रवाद का दावा करने वाले राष्ट्रद्रोही कारनामे करते पकड़े गए। यह बहुत गंभीर मामला है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।' 

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