त्रिपुरा की भाजपा सरकार और संगठन में जल्द हो सकते हैं बदलाव, केंद्रीय टीम के दौरे से अटकलें तेज
त्रिपुरा में कैबिनेट विस्तार और सत्तारूढ़ भाजपा के संगठन में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे विधायकों की तरफ से बदलाव की मांग के बाद केंद्रीय नेतृत्व राज्य के दो दिवसीय दौरे पर है।
नई दिल्ली, एएनआइ। त्रिपुरा में कैबिनेट विस्तार और सत्तारूढ़ भाजपा के संगठन में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे विधायकों की तरफ से बदलाव की मांग के बाद केंद्रीय नेतृत्व राज्य के दो दिवसीय दौरे पर है और स्थितियों को बेहतर करने के लिए 'मंथन' कर रहा है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष की अगुआई में केंद्रीय टीम राज्य के दौरे पर है।
केंद्रीय टीम राज्य इकाई में पिछले कुछ दिनों से चल रहे असंतोष को दूर कर संगठन को मजबूत करना चाहती है। इसी क्रम में कैबिनेट विस्तार और संगठन में बदलाव जल्द होने जा रहा है। भाजपा नेता ने कहा, 'हम सभी ने संतोष जी से मुलाकात की और उनसे राज्य इकाई के लिए ऐसे अध्यक्ष की मांग की जो संगठन को मजबूत कर सके। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन हमें एक मजबूत राज्य प्रमुख की जरूरत है।'
बीएल संतोष छोटे-छोटे समूहों व एक-एक करके राज्य के भाजपा नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। विधायकों और सांसदों से कह दिया गया है कि संतोष केवल संगठन से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करेंगे।
बता दें कि पूर्व में कुछ विधायकों का एक समूह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने दिल्ली पहुंचा था। हालांकि, केंद्र ने दखल देने से इन्कार करते हुए राज्य प्रभारी विनोद सोनकर को मामले का हल निकालने को कहा था। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की वामपंथी माणिक सरकार की सत्ता हिला दी थी। सत्तारूढ़ गठबंधन की बात करें तो 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 36 एवं आइपीएफटी के आठ सदस्य हैं।