स्विस सरकार ने कुलदीप बिश्नोई के खातों का ब्योरा देने से पहले जारी किया नोटिस

आयकर विभाग ने पिछले साल जुलाई में कुलदीप बिश्नोई से जुड़े कई स्थानों पर छापे मारे थे। विभाग ने गुरुग्राम के एक प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र में एक पांच सितारा होटल को भी कुर्क किया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 10:05 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 12:36 AM (IST)
स्विस सरकार ने कुलदीप बिश्नोई के खातों का ब्योरा देने से पहले जारी किया नोटिस
स्विस सरकार ने कुलदीप बिश्नोई के खातों का ब्योरा देने से पहले जारी किया नोटिस

नई दिल्ली, प्रेट्र। स्विट्जरलैंड की सरकार ने कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। यह नोटिस भारतीय अधिकारियों द्वारा इन दोनों के स्विस बैंक खातों और अन्य वित्तीय संपत्तियों की जानकारी मांगे जाने के अनुरोध के बाद जारी किया गया है। नोटिस पर दोनों की प्रतिक्रिया के बाद स्विस सरकार जानकारियों को भारत से साझा करने की दिशा में कदम बढ़ाएगी।

भारत सरकार ने कांग्रेस नेता बिश्नोई और उनकी पत्नी के खातों की मांगी है जानकारी

स्विट्जरलैंड के गजट में सात जुलाई को प्रकाशित दो अलग-अलग नोटिस के अनुसार, स्थानीय कानूनों के तहत सूचना साझा करने के खिलाफ अपील के अधिकार का प्रयोग करने के लिए बिश्नोई और उनकी पत्नी को 10 दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स स्थित दो कंपनियों ग्रैंड मेसन लिमिटेड और होलीपोर्ट लिमिटेड के लिए भी इसी तरह के नोटिस जारी किए गए हैं। इन दोनों कंपनियों का संबंध भी बिश्नोई परिवार से होने का संदेह है। दोनों कंपनियों को 19 जुलाई, 1996 को एक साथ गठित किया गया था। इनका नाम 'पनामा पेपर्स' में भी आया था। 

स्विस सरकार ने इसके खिलाफ अपील के लिए बिश्नोई को दिया 10 दिन का समय

आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, अगस्त, 2014 से निष्क्रिय रहने के बाद अप्रैल, 2016 में दोनों कंपनियों को कंपनी रजिस्ट्री से हटा दिया गया था। हरियाणा के मौजूदा विधायक बिश्नोई और उनके कार्यालय ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई राज्य की आदमपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। नोटिस में बिश्नोई, उनकी पत्नी और दोनों फर्मो को अपील के अधिकार का प्रयोग करने के लिए 10 दिन के भीतर एक प्रतिनिधि नियुक्त करने को कहा गया है।

इसलिए जारी होता है नोटिस

स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन आमतौर पर इस तरह का नोटिस तब जारी करता है, जब कोई देश कर चोरी या अन्य वित्तीय गड़बड़ी के प्राथमिक सबूतों के साथ किसी व्यक्ति या कंपनी से संबंधित जानकारी मांगता है। यदि वह व्यक्ति या कंपनी इस संबंध में अपना पक्ष साबित नहीं कर पाते हैं, तो उनकी जानकारी संबंधित देश के साथ साझा की जाती है। इस व्यवस्था के तहत स्विट्जरलैंड के बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थानों में खाता रखने वाले व्यक्ति या कंपनी के बैंकिंग व अन्य विवरण दिए जाते हैं। हालांकि नोटिस में जांच के बारे में कोई विशेष विवरण नहीं दिया गया है।

जांच का सामना कर रहे हैं बिश्नोई 

आयकर विभाग ने पिछले साल जुलाई में कुलदीप बिश्नोई से जुड़े कई स्थानों पर छापे मारे थे। विभाग ने गुरुग्राम के एक प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र में एक पांच सितारा होटल को भी कुर्क किया था। इसे 'बेनामी' या बिश्नोई परिवार की बेहिसाब संपत्ति का हिस्सा बताया गया था। उस समय यह आरोप लगाया गया था कि ब्रिटिश वíजन आइलैंड्स में पंजीकृत कंपनी के माध्यम से इस होटल में शेयर लिया गया था। कर विभाग ने अगस्त, 2019 में भी कहा था कि बिश्नोई और उनके परिवार से कथित तौर पर जुड़ी 200 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी संपत्ति की जांच की जा रही है। उस समय कांग्रेस ने राज्य में चुनाव को देखते हुए इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया था।

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