सांसद नवनीत कौर राणा को SC से राहत, जाति प्रमाण पत्र रद करने के बॉम्बे HC के फैसले पर लगाई रोक

हाइकोर्ट ने शिवसेना सांसद आनंदराव अडसुल की अर्जी पर सुनवाई करते हुए नवनीत कौर राणा का जाति प्रमाण पत्र रद कर दिया था। इस वजह से राणा की लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ गई है। अब सुप्रीम कोर्ट से राणा को थोड़ी राहत मिली है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 03:10 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 03:10 PM (IST)
सांसद नवनीत कौर राणा को SC से राहत, जाति प्रमाण पत्र रद करने के बॉम्बे HC के फैसले पर लगाई रोक
महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद हैं नवनीत कौर राणा

नई दिल्ली, एएनआइ। महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत कौर राणा को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाइकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। दरअसल नवनीत कौर राणा का जाति प्रमाण पत्र हाइकोर्ट ने रद कर दिया है। हाइकोर्ट के इस फैसले से राणा की लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ गई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राणा को थोड़ी राहत मिली है।

Supreme Court today stayed the order of Bombay High Court that had cancelled the caste certificate of Navneet Kaur Rana, who is an independent Member of Parliament (MP) from Amravati in Maharashtra.

(File photo) pic.twitter.com/vPz2gM6lXQ

— ANI (@ANI) June 22, 2021

बता दें कि इससे पहले नवनीत कौर राणा ने हाइकोर्ट के फैसले पर कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगी। हाइकोर्ट ने राणा को जारी किए गए जाति प्रमाण पत्र को यह कहते हुए रद कर दिया था कि यह फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके धोखाधड़ी से प्राप्त किया गया है। इसके अलावा उनपर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।

जानें कौन हैं नवनीत राणा

नवनीत राणा के पति रवि राणा महाराष्ट्र के विधायक हैं। दोनों ने 2011 में एक सामूहिक विवाह समारोह के दौरान शादी कर ली थी। नवनीत ने शादी के कुछ समय बाद ही राजनीति में एंट्री कर ली थी, इससे पहले वो एक मॉडल थीं और दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम कर चुकी थीं। उन्होंने साल 2014 में लोकसभा चुनाव में एनसीपी (NCP) के टिकट पर अमरावती सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन तब उन्‍हें पराजय मिली। इसके बाद वो 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय मैदान में उतरीं और जीत हासिल की। चुनाव के दौरान कांग्रेस और एनसीपी ने उन्‍हें अपना समर्थन दिया था। नवनीत कौर राणा और रवि राणा ने 2 फरवरी 2011 को एक सामूहिक विवाह समारोह में शादी कर ली थी। इस विवाह समारोह में कुल 3162 जोड़े विवाह बंधन में बंधे थे। उस समय रवि राणा विधायक थे जिस वजह से दोनों की शादी काफी चर्चाओं में रही थी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सुब्रत रॉय, बाबा रामदेव और विवेक ओबेरॉय भी इस शादी समारोह में शामिल हुए थे।

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