सीमा मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे के बयान के बाद महाराष्‍ट्र और कर्नाटक में तनातनी

सीमा मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के विरोध में बेलगावी जिला मुख्यालय समेत कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन हुआ। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विभिन्न राजनेताओं ने ठाकरे की कड़ी आलोचना की।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 10:19 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 10:19 PM (IST)
सीमा मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे के बयान के बाद महाराष्‍ट्र और कर्नाटक में तनातनी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के विरोध

बेंगलुरु, प्रेट्र। सीमा मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के विरोध में बेलगावी जिला मुख्यालय समेत कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन हुआ। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विभिन्न राजनेताओं ने ठाकरे की कड़ी आलोचना की। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि राज्य की एक इंच जमीन भी महाराष्ट्र को देने का सवाल ही नहीं उठता है। सिर्फ राजनीतिक कारणों से ठाकरे को इस तरह का बयान देना बंद कर देना चाहिए।

बाद में येदियुरप्पा ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की टिप्पणियों से मुझे दुख पहुंचा है। इससे मौजूदा सौहार्दपूर्ण वातावरण को नुकसान पहुंच सकता है। मुझे उम्मीद है कि एक सच्चा भारतीय होने के नाते उद्धव ठाकरे अपनी प्रतिबद्धता दिखाएंगे और संघवाद के सिद्धांतों का आदर करेंगे।

उल्लेखनीय है कि सीमा मुद्दे को लेकर ठाकरे ने रविवार को एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार कर्नाटक के उन हिस्सों को राज्य में शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां मराठी भाषी लोगों की संख्या ज्यादा है। बेलगावी, कारवार और निप्पानी समेत कर्नाटक के कुछ हिस्सों पर महाराष्ट्र भाषा के आधार पर अपना दावा जताता रहा है। इन इलाकों में मराठी बोलने वालों की संख्या ज्यादा है।

ठाकरे के बयान के विरोध में कन्नड़ समर्थक कई संगठनों ने सोमवार को कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया और ठाकरे का पुतला फूंका। ठाकरे की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने ट्वीट किया, बेलगावी कर्नाटक का आंतरिक हिस्सा है। जिन मुद्दों का समाधान हो चुका है, उन्हें फिर उठाकर हमें मत भड़काइए।

सिद्दरमैया ने ठाकरे को याद दिलाया कि वह सिर्फ एक शिवसेना कार्यकर्ता नहीं, बल्कि एक राज्य के जिम्मेदार मुख्यमंत्री भी हैं। जदएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि उनका ट्वीट देखकर लगता है जैसे यह किसी आतंकवादी द्वारा जारी किया गया बयान है।

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